केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत द्वारा भागलपुर में जुलूस निकालने के बाद बिहार सुलग रहा है। पिछले कुछ दिनों में बिहार के भागलपुर, औरंगाबाद और समस्तीपुर में एक के बाद एक दंगे हुए। केंद्रीय मंत्री के बेटे अर्जित को गिरफ्तार किए जाने की मांग उठी जिसके बाद मंत्री चौबे ने कहा कि उनका बेटा बिल्कुल सही है और उसने कोई गलत काम नहीं किया है।
अर्जित के खिलाफ वारंट जारी किए जाने के बाद भी उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिसके बाद अब बिहार सरकार और नीतीश कुमार पर हमला बोला जा रहा है। इस आरोप प्रत्यारोप और हमलों के बीच जनता दल यूनाइटेड के विधायक और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने अर्जित को अपराधी बताया है। कहा कि अपराधी, अपराधी ही होता है।
श्याम रजक ने कहा कि ऐसा नहीं कि पुलिस कम पड़ गई है। उसने कहा कि कभी कभी कुछ उचक्के होते हैं और कुछ लुटेरे होते हैं जो छुप के काम करते हैं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा उसे पकड़ा जाएगा।
श्याम रजक ने अर्जित की गिरफ्तारी पर बल देते हुए यह भी कहा कि अपराधी किसी का बेटा या पिता नहीं होता है। अपराधी की गिरफ्तारी जरूर होगी। नीतीश सरकार अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं कर सकती है। एनडीए गठबंधन पूरी तरह मजबूत है।
भागलपुर में 17 मार्च को बिना किसी इजाजत के जुलूस निकाला गया था। उस जुलूस में बजरंग दल, आरएसएस और बीजेपी के लोग भी शामिल थे। यही जुलूस भागलपुर के नाथनगर में सांप्रदायिक हिंसा का कारण बना। इसी कारण पुलिस द्वारा दो एफआईआर दर्ज की गईं। जिसमें केन्द्रीय मंत्री के बेटे को नामजद अभियुक्त बनाया गया था लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किए जाने के कारण बिहार में राजनीति ही नहीं पूरा राज्य सुलग रहा है।