सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के मेधावी छात्रों की भी फीस सरकार भरेगी। इसके लिए मेधावी विद्यार्थी योजना में अलग से प्रावधान किए जाएंगे। सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। इसके संकेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मोहनखेड़ा में आयोजित भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दिए। अभी योजना के दायरे में सिर्फ माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध स्कूलों के मेधावी छात्रों को ही शामिल किया गया है।
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प्रदेश भाजपा कार्यसमिति में मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को बताया कि सरकार ने मध्यम वर्ग के होनहार बच्चों को उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए चयनित होने पर फीस का पूरा खर्चा उठाने की महत्वाकांक्षी योजना लागू की है। इसके दायरे में उन छात्रों को रखा गया है जो माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध स्कूलों में पढ़ते हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से आईआईएम, आईआईटी, एनआईटी, एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाते हैं। कई बार परिवार की आर्थिक परिस्थितियां बच्चों की पढ़ाई में आड़े आ जाती हैं।
ऐसी स्थिति से प्रतिभावान बच्चों का भविष्य खराब न हो, इसके लिए योजना बनाई गई है। अब सीबीएसई के मेधावी छात्रों के लिए भी अलग से प्रावधान करने पर विचार किया जा रहा है। इन स्कूलों में भी सामान्य पृष्ठभूमि के बच्चे पढ़ते हैं और 90-95 फीसदी अंक लाते हैं। मुख्यमंत्री ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सीबीएसई के छात्रों के लिए अलग से प्रावधान करने पर विचार कर रहे हैं।