भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह को शनिवार को एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) का अध्यक्ष चुना गया. जय शाह अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के प्रमुख नजमुल हसन की जगह लेंगे. वह सबसे कम उम्र में इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाले खेल प्रशासक भी हैं.
32 साल के जय शाह एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष के तौर पर चुने जाने वाले सबसे युवा प्रशासक हैं. सलाना आम बैठक (AGM) में वर्चुअल तौर पर शाह को नया अध्यक्ष चुना गया.
एजीएम को संबोधित करते हुए, नव-निर्वाचित एसीसी अध्यक्ष जय शाह ने कहा, ‘मैं इस सम्मान को स्वीकार करता हूं और मैं बीसीसीआई में मेरे सम्मानित सहयोगियों को मुझे नामित करने और मुझे इस प्रतिष्ठित पद के योग्य मानने के लिए धन्यवाद देता हूं. इस क्षेत्र में खेल को व्यवस्थित करने, विकसित करने और बढ़ावा देने के उद्देश्य से गठित एसीसी तेजी से बढ़ा है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हो.’
जय शाह को मिली नई जिम्मेदारी पर बीसीसीआई प्रमुख सौरव गांगुली ने भी बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘एसीसी का अध्यक्ष बनने पर जय शाह को बधाई देता हूं. हमने साथ काम किया है, और मैं क्रिकेट के खेल को विकसित करने के उनकी योजनाओं और दूरदृष्टि से अच्छी तरह परिचित हूं. मैंने व्यक्तिगत रूप से उस उत्साह का अनुभव किया है जिसके साथ उन्होंने चंडीगढ़, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे की स्थापना और पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए काम किया.’
उन्होंने कहा कि बीसीसीआई हर मदद का विस्तार करेगी और एशिया में क्रिकेट गतिविधियों के पुनर्निर्माण और पुनर्गठन में एक बड़ी भूमिका निभाएगी.
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने भी जय शाह को नई उपलब्धि पर बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘जय शाह को उनकी नई ऊंचाई के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. एसीसी को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है और वह निश्चित रूप से सही व्यक्ति हैं. बीसीसीआई पहले भी हमेशा सदस्य बोर्डों के साथ खड़ी रही है और आगे भी अहम भूमिका निभाती रहेगी.’
एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की स्थापना 19 सितंबर, 1983 को हुई थी. इस संगठन का मकसद एशिया में क्रिकेट के खेल को विकसित करना है. एसीसी को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से मान्यता प्राप्त है. भारत और पाकिस्तान समेत 25 देश ACC के सदस्य हैं. शुरुआत में सिर्फ 4 देश ही इसके सदस्य थे.