राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में भारी बढ़ोतरी की गई है. अब खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ी को 25 लाख तथा अर्जुन पुरस्कार विजेता को 15 लाख रुपये की धनराशि मिलेगी. इससे पहले तक खेल रत्न सम्मान पाने वाले खिलाड़ी को 7.5 लाख और अर्जुन पुरस्कार विजेता को पांच लाख रुपये की नकद धनराशि मिलती थी. यह बढ़ोतरी इसी साल से प्रभावी होगी.
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने शनिवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के सात से चार वर्गों की इनामी राशि में भारी बढ़ोतरी की आधिकारिक घोषणा की, जिन्हें कोविड-19 महामारी के कारण इस साल वर्चुअल समारोह में दिया गया. इस साल खेल रत्न पाने वाले पांच खिलाड़ियों में स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगवेलु, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल शामिल हैं.
द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार पाने वाले को अब 15 लाख रुपये दिए जाएंगे. इससे पहले तक उन्हें 5 लाख रुपये मिलते थे. जबकि द्रोणाचार्य (नियमित) विजेताओं को 5 लाख के बजाए 10 लाख दिए जाएंगे. ध्यानचंद अवॉर्ड के विजेताओं को भी 10 लाख रुपये दिए जाएंगे, पहले 5 लाख की धनराशि मिलती थी.
रिजिजू ने कहा, ‘खेल पुरस्कार राशि की समीक्षा पिछली बार 2008 में हुई थी. इस राशि की कम से कम प्रत्येक 10 वर्षों में समीक्षा की जानी चाहिए. अगर हर क्षेत्र में पेशेवरों की कमाई में बढ़ोतरी हुई है तो हमारे खिलाड़ियों के लिए क्यों नहीं.’ कोविड-19 महामारी की वजह से वर्चुअल समारोह में इस साल सात श्रेणियों में कुल 74 पुरस्कार दिए जा रहे हैं.