गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार आज गोवा की राजधानी पणजी में शाम पांच बजे राजकीय सम्मान के साथ होगा. इससे पहले उनका पार्थिव शरीर पणजी के बीजेपी ऑफिस ले जाया गया है. वहां लोग 1 घंटे तक उनके अंतिम दर्शन कर पाएंगे. इस दौरान लोगों का हुजूम वहां उमड़ा हुआ है. कुछ ही देर मेें नई दिल्ली स्थित पीएम आवास पर कैबिनेट की बैठक भी शुरू होने वाली है. इसमें पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दोपहर 1:30 बजे उन्हें श्रद्धांजलि देने पणजी जाएंगे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीज भी 2:30 बजे पणजी पहुंचेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी पणजी जाएंगे. बीजेपी ने आज अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए है.
पर्रिकर के पार्थिव शरीर को पणजी के बीजेपी ऑफिस के बाद कला अकादमी ले जाया जाएगा. वहां लोग शाम चार बजे तक पर्रिकर के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे. मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा आज शाम चार बजे शुरू होगी. उनका अंतिम संस्कार शाम करीब पांच बजे मिरामर में किया जाएगा.
कैंसर से पीड़ित थे पर्रिकर
चार बार गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर फरवरी 2018 से ही अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे. आधिकारिक तौर पर बताया गया था कि वह अग्नाशय संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं. पर्रिकर का स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था. सूत्रों ने बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर शनिवार देर रात से ही जीवनरक्षक प्रणाली पर थे. मुख्यमंत्री का निधन रविवार शाम 6:40 बजे पर हुआ. उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है.
1 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
केंद्र सरकार ने उनके निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य की राजधानियों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. गोवा में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है.
राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने जताया शोक
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया है, ‘‘गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की सूचना पाकर शोकाकुल हूं.’’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में वह ईमानदारी और समर्पण की मिसाल हैं. गोवा और भारत की जनता के लिए उनके काम को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. पर्रिकर के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है, ‘‘श्री मनोहर पर्रिकर बेमिसाल नेता थे. एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे, सभी उनका सम्मान करते थे. देश के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी. उनके निधन से बहुत दुखी हूं. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं. शांति.’’