उज्जैन के महाकाल मंदिर से कानपुर कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उज्जैन पुलिस को बिट्टू भैया की तलाश है, जिसका नाम विकास दुबे गिरफ्तारी के समय बार-बार ले रहा था. पुलिस ने उज्जैन में लखनऊ के दो वकीलों को हिरासत में लिया है. पुलिस को शक है कि इनमें से किसी का नाम बिट्टू हो सकता है.
गौरतलब है कि विकास दुबे को आज सुबह महाकाल मंदिर से बड़े नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया गया है. उज्जैन पुलिस का दावा है कि विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन जानकारी के मुताबिक विकास दुबे ने खुद अपने आपको गिरफ्तार करवाया है.
हालांकि, गिरफ्तारी के वक्त विकास दुबे जोर-जोर से चिल्लाता रहा कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला, मुझे पकड़ लिया गया है. इस दौरान विकास दुबे ने बिट्टू भैया का भी नाम लिया. उसने कहा था- कहां गए बिट्टू भैया. पुलिस को शक है कि विकास दुबे के साथ बिट्टू नामक कोई शख्स भी था, जो फरार हो गया.
यूपी का मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंचा? इससे पर्दा उठना बाकी है. इस बीच यूपी नंबर की एक गाड़ी उज्जैन पुलिस ने बरामद किया है. जांच का एक सिरा इस गाड़ी से भी जुड़ गया है. बताया जा रहा है कि इस गाड़ी से 2 वकील लखनऊ से उज्जैन पहुंचे, जिनसे उज्जैन में पूछताछ की जा रही है.
दोनों वकीलों से पूछा जा रहा है कि आखिर कब आए और क्यों आए. किस रास्ते से आए, क्या रास्ते में वो कहीं रुके. बताया जा रहा है कि गाड़ी मनोज यादव के नाम पर है, जो लखनऊ के वकील हैं. फिलहाल, कंफर्म नहीं है कि दोनों वकीलों में मनोज यादव हैं या नहीं. फिलहाल, मनोज यादव के लखनऊ आवास पर पुलिस की टीम पहुंच गई है.
उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे के पास से एक बैग भी बरामद किया है. बैग में कपड़े, मोबाइल फोन, उसका चार्जर और कुछ जरूरी कागजात हैं. बताया जा रहा है कि इसी मोबाइल फोन के जरिए विकास दुबे अपने करीबियों के संपर्क में था. अब पुलिस इस मोबाइल फोन का कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही है.