आईएसआईएस के दो संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ पिछले महीने गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) द्वारा दायर आरोपपत्र में दावा किया गया है कि गिरफ्तार व्यक्तियों में से एक के अज्ञात सहयोगी ने उससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश को लेकर बात की थी. आरोप पत्र में संदिग्ध की बातचीत के अंश का जिक्र किया गया है. आरोपपत्र में उबेद अहमद मिर्जा के सहयोगी पर यह आरोप लगाया गया है.
पिछले साल अक्तूबर में मिर्जा और मोहम्मद कासिम स्टिम्बरवाला को गिरफ्तार किया गया था और दोनों के खिलाफ आरोपपत्र भरुच जिले के अंकेलेश्वर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर किए गए. व्हाट्सऐप्प चैट में मिर्जा अपने अज्ञात सहयोगी ‘फरारी’ से पिस्तौल खरीदने के बारे में बात करता है. इसके जवाब में फरारी ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाने की बात की. आरोपपत्र के मुताबिक, जवाब में ‘फरारी’ कहता है, ‘बिल्कुल, चलो स्नाइपर राइफल से मोदी को खत्म करते हैं इंशा अल्लाह.’ जब ‘फरारी’ एक रूस निर्मित बंदूक का जिक्र करता है, तो मिर्जा तुरंत जवाब में कहता है, ‘मुझे यह चाहिए.’
26 जुलाई 2016 को ‘फरारी’ के साथ एक दूसरे व्हाट्सऐप चैट में मिर्जा को बताया गया था कि आईएसआईएस सहयोगियों को अपने मॉड्यूल के जरिए तेज धार वाले चाकू से ऐसे हमले करने के लिए कहा गया है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को निशाना बनाया जा सके. फरारी ने मिर्जा को बताया, ‘बंदूक खरीदने और बम बनाने जैसे खतरों से दूर रहने के लिए, चाकू वाले हथियार का इस्तेमाल करने पर बात हुई, जिससे कि आसानी से किसी को निशाना बनाया जा सके, खासतौर पर विदेशी नागरिकों को.’