27 फरवरी को पाकिस्तानी एयरफोर्स के साथ डॉगफाइट में एफ-16 को मार गिराने वाले भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को एयरक्राफ्ट क्रैश होने के कारण पाकिस्तान ने पकड़ लिया था। अब हाल में यह खुलासा हुआ है कि भारतीय विंग कमांडर को छोड़ने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना पर दबाव बनाया था। जिसके कारण अभिनंदन को पकड़े जाने के 60 घंटे के अंदर पाक को उन्हें छोड़ना पड़ा था।
अमेरिका ने इसके लिए उच्च-स्तरीय सैन्य चैनलों के माध्यम से पाकिस्तानी सेना से संपर्क किया था। उन्होंने पाक से यह स्पष्ट कहा था कि मौजूदा तनाव को कम करने के लिए यही एकमात्र तरीका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल जोसेफ मोटल ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल क़मर जावेद बाजवा से बात की। उन्होंने जल्द से जल्द विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने के लिए कहा।
क्या है सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम)
अमेरिका का सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) यूएस और पाकिस्तान के बीच सैन्य सहयोग का प्रमुख चैनल है। इस कमांड के पास अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सैन्य ऑपरेशन करने की जिम्मेदारी भी है। इसके अलावा यह वर्तमान में तालिबान के साथ राजनयिक प्रयास के अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने में जुटा हुआ है।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने संभाली थी बातचीत की जिम्मेदारी
अमेरिका की तरफ से बातचीत की जिम्मेदारी कमांडर जनरल जोसेफ मोटल और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने संभाला था। जो अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से नियमित संपर्क में थे। हालाकि पाकिस्तानी सेना के साथ जनरल जोसेफ मोटल ही बातचीत कर रहे थे।
अमेरिका के इस आदेश के बाद यूनाइटेड किंगडम ने भी पाकिस्तान से अभिनंदन को छोड़ने के लिए कहा। जिसका पाकिस्तानी सेना पर गहरा प्रभाव माना जाता है। अमेरिका की तरफ से चीफ ऑफ स्टाफ जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने भी अपने पाकिस्तानी समकक्ष जनरल जुबैर महमूद हयात बात की। उन्होंने पाकिस्तान से स्पष्ट कहा कि वाशिंगटन बालाकोट में भारत की आतंकवाद निरोधक कार्रवाई के बाद पाक वायुसेना द्वारा भारतीय वायुक्षेत्र में प्रवेश को तनाव को बढ़ाने के रूप में देख रहा है।