भारत में चाय पीने वालों की कोई कमी नहीं है और लोग आमतौर पर दूध वाली चाय या ब्लैक टी पीना पसंद करते हैं। इसके अलावा भी ऐसी कई चाय हैं जो हमारी सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाती हैं। तो अगली बार अपनी पसंद की चाय का आनंद जरूर लें।
भारत में चाय के शौकीनाें की कमी नहीं है। ये पूरे देश सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ड्रिंक है। यहां तो आधे से ज्यादा लोग अपने दिन की शुरुआत ही चाय के साथ करते हैं। कई लोग तो Bed Tea भी लेते हैं। लोग कितने भी बिजी क्यों न हाे, चाय पीने के लिए समय निकाल ही लेते हैं। इससे थकान और आलस को दूर किया जा सकता है। आमतौर पर लोग दूध वाली चाय या ब्लैक टी पीना पसंद करते हैं।
अगर आप चाय लवर हैं तो आपको ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि चाय कितनी तरह की होती है। जिसे शायद ही आपने कभी सुना हो। इसके अलावा हम इनके फायदों के बारे में भी जानेंगे। तो देर किस बात की। आइए जानते हैं विस्तार से-
ग्रीन टी
जिन्हें अपना वजन कम करना होता हे वे ग्रीन का सेवज ज्यादा करते हैं। ग्रीन टी पीने से दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है। ग्रीन टी कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकती है। वहीं इसे पीने से तेजी से वजन कम होता है।
काली चाय
ये चाय भी फिटनेस लवर्स के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसे चाय की फर्मेंटेड पत्तियों से तैयार किया जाता है। अगर आप इसे पीते हैं तो वजन तो कम होता ही है। साथ ही ये सर्दी जुकाम जैसी दिक्कतों से भी राहत दिलाती है। इससे स्ट्रोक के खतरे को भी कम किया जा सकता है। ये गट हेल्थ को बेहतर बनाती है।
सफेद चाय
यहां सफेद चाय सबसे ज्यादा पी जाती है। इसे हर कोई पसंद करता है। इस चाय में भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। इसके अलावा ये चाय शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करती है। इसे स्किन एजिंग कम करने के लिए भी जाना जाता है।
हर्बल टी
इस चाय को हम पुदीना, तुलसी, अदरक और लेमनग्रास जैसी चीजों से तैयार करते हैं। अगर आप दिनभर में एक कप हर्बल टी लेते हैं तो इससे स्ट्रेस कम होता है। ये आपके डाइजेशन को भी बेहतर बनाती है।
मसाला टी
ये चाय बिना दूध के तैयार की जाती है। ये एक तरह से ब्लैक टी ही होती है, बस इसमें मसलों का इस्तेमाल किया जाता है। इलायची, दालचीनी, सौंफ, अदरक और काली मिर्च जैसे मसाले इस चाय में डाले जाते हैं। इस चाय को स्पाइसी चाय के नाम से भी जाना जाता है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।