ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए रूप को लेकर उठे सवालों पर देश के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है। दरअसल, ये जवाब-सवाल प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस बयान के बाद उठ रहे हैं जो उन्होंने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर दिया है। उन्होंने अपने इस बयान में कहा है कि वायरस का ये नया रूप पहले से अधिक घातक हो सकता है। उन्होंने इस बारे में कहा कि वर्ष 2020 के अंत में कोरोना वायरस के संक्रमण के जितने मामले सामने आए हैं उसके आधार पर इस बात को कहा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप के विशेषज्ञों द्वारा उपलब्ध करवाए गए आंकड़ों के आधार पर ये बात कही है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ब्रिटेन में इसके बचाव के लिए जो टीका लगाया जा रहा है वो वायरस के इस रूप पर भी प्रभावी है। उन्होंने ये भी साफ किया है कि अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर वो इस बात को कह पाने में सक्षम हुए हैं। आपको बता दें कि ब्रिटेन में फाइजर-बायोएनटेक और ऑक्सफॉर्ड-एस्ट्राजेनेका के द्वारा विकसित टीके को लोगों को प्राथमिकता के आधार पर लगाया जा रहा है।
जहां तक प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बयान की बात है तो इस पर ब्रिटेन के पब्लिक हैल्थ के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर योवोन डोयले का कहना है कि अभी तक ये साफ नहीं है कि ब्रिटेन में बीते वर्ष के अंत में मिला पाया गया कोरोना वायरस का नया प्रकार पहले के मुकाबले अधिक घातक है या नहीं। अन्य शोधकर्ताओं का भी ऐसा ही मानना है। इनका कहना है कि अभी ये कहना काफी जल्दबाजी होगी कि कोरोना वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है या फिर इसमें अधिक मौतें हुई या होने की आशंका है।
ब्रिटेन में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक साठ वर्ष की आयु में कोरोना वायरस के नए प्रकार के संक्रमण से होने वाली मौत 1000 पर दस हैं जबकि पुराने प्रकार में ये करीब 13 थीं। इसी तरह से 40 वर्ष तक की आयु वाले मरीजों में मौत की संख्या की बात करें तो ये 1000 पर दो हैं जबकि पुराने वायरस के प्रकार में ये कुछ ज्यादा करीब ढाई थी। पीएम बोरिस जॉनसन ने अपनी एक प्रेस कांफ्रेंस में देशवासियों को चेताया है कि कोविड-19 के प्रकारों और इसके बढ़ते मामलों की वजह से देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर जबरदस्त दबाव है।
बीते 24 घंटों के दोरान देश में 40 हजार के करीब नए मामले सामने आए हैं। देश की ऑथरिटी के ताजा बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस के नए प्रकार के मामले पुराने प्रकार की अपेक्षा 30-70 फीसद तक अधिक सामने आए हैं। आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस के नए प्रकार के मामले सामने आने के बाद सरकार ने एहतियातन देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन लगाया गया है।
आपको बता दें कि ब्रिटेन कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में दुनिया में पांचवें नंबर पर है। वर्ल्डओमीटर के आंकड़ों के मुताबिक यहां पर इसके अब तक कुल 3,617,459 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 97,329 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इसके अलावा यहां पर अब तक ठीक होने वालों की संख्या 1,616,307 है वहीं देश में एक्टिव मामले 1,903,823 हैं जबकि 4,076 मामले गंभीर हैं।