सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड कर लेने के बाद से नेपोटिज्म पर हर कोई खुलकर अपनी बात रख रहा है. बॉलीवुड भी इस भाई-भतीजावाद और ग्रुपिज्म की बहस में दो गुटों में बंट चुका है.
कैसे इंडस्ट्री के अंदर गुट बने हुए हैं, कैसे उनकी मदद से लोगों को काम मिलता है और जो ग्रुपिज्म का हिस्सा ना बनें उन्हें कैसे दरकिनार कर दिया जाता है इसपर वाद-विवाद जारी है. अब दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने भी ग्रुपिज्म पर बड़ा बयान दे दिया है और कहा है कि ये सब उनके समय के पहले से चला आ रहा है.
एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया है कि किस तरह से बॉलीवुड में 70 के दशक और उससे पहले से ही ग्रुपिज्म ने अपने पांव जमा लिए थे और इसकी वजह से कई सारे टेलेंडेट एक्टर्स को नुकसान भुगतना पड़ा. शत्रुघ्न ने कहा कि ग्रुपिज्म बॉलीवुड में पहले से होता रहा है मगर आज-कल पहले से ज्यादा चर्चित हो गया है.
उन्होंने कहा कि पहले राजेश खन्ना का ग्रुप हुआ करता था. वहां पर ये होता था कि दूसरे हीरो के पास नहीं जाना है. अगर पता चलता कि फलाना के पास कोई जा रहा है तो कहा जाता था कि उसे काम में लटकाओ और डेट्स मत दो. मैंने सुना है कि शम्मी कपूर के जमाने में भी ग्रुप हुआ करते थे.
शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा कि- ”मैं और मेरे बड़े भाई धर्मेंद्र हमेशा ऐसे ग्रुप्स से दूर रहा करते थे.” उन्होंने उदाहरण के तौर पर गोविंदा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि- ”गोविंदा अपने समय के बेहतरीन एक्टर्स में से एक थे. मगर आज उन्हें भुला दिया गया है क्योंकि वे भी ग्रुपिज्म का शिकार हो गए थे. वे बहुत प्रतिभाशाली रहे हैं और उन्होंने बहुत से लोगों को प्रेरित किया है. मगर जब गोविंदा का मुश्किल वक्त शुरू हुआ तो लोगों ने उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी.