पाकिस्तान से तल्ख रिश्तों के बीच भारत ने एक सकारात्मक कदम उठाया है. भारत ने 11 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है. ये कैदी सोमवार को रिहा कर दिए जाएंगे. हालांकि, पाकिस्तान ने इस कदम का स्वागत करने के बजाय इसे भारत की जिम्मेदारी करार दिया है. ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान का कहना है कि इन सभी कैदियों ने अपनी सजा पूरी कर ली है इसीलिए भारत उन्हें रिहा कर रहा है.
बच्चों को किया रिहा
इससे पहले भारत दो पाकिस्तानी बच्चों को रिहा कर चुका है. ये दोनों बच्चे 2016 में गलती से भारत की सीमा में घुस आए थे. जिसके बाद उन्हें पंजाब पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया था. ये बच्चे अपने अंकल शहजाद के साथ सीमा पार कर भारत में घुस आए थे. शहजाद को अभी भी हिरासत में है|
पाकिस्तान उच्चायोग की वकील शिल्पी जैन ने कहा था कि पिछले साल जुलाई में 2 लड़के, बाबर अली और अली रजा अपने मामा के साथ पाकिस्तान के सीमावर्ती गांव, दहिया खास, में एक शादी में शरीक होने आए थे. 12 जुलाई को तीनों एक बाइक पर रावी नदी देखने निकले और इस दौरान वो भारत की सीमा में 300 मीटर अंदर घुस आए. यहां बीएसएफ के जवानों ने उन्हें रोक लिया और अमृतसर पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
पाकिस्तान में 132 भारतीय कैदी
पाकिस्तान की जेलों में 132 भारतीय कैदी बंद हैं. इनमें से 57 कैदी अपनी सजा पूरी कर चुके हैं, बावजूद इसके उन्हें रिहा नहीं किया गया है.