नई दिल्ली। अभी-अभी आ रही खबरों के मुताबिक, बैंगलुरू में कावेरी नदी के पानी को लेकर दंगा भड़क गया है। प्रदर्शकारी सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं जिममें तमिलनाडू को 15 हजार क्यूसेक पानी देने की बात कही गई है।
सैकड़ों कर्नाटक समर्थक प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों और बसों को आग के हवाले कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने तमिलनाडु जाने वाली बसों की आवाजाही को भी बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। इस हिंसा का सबसे ज्यादा बुरा असर कर्नाटक के शाही शहर मैसूर पर पड़ा है।
इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने 5 सितंबर को दिए गए अपने फैसले में बदलाव लाते हुए कहा कि कावेरी नदी से 12 क्यूसेक पानी की जगह 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु को दिया जाए। कोर्ट ने कहा कि ये पानी 20 सितंबर तक रोजाना तमिलनाडु को दिया जाए। इस फैसले का विरोध प्रदर्शनकारी बड़े पैमाने पर कर रहे है। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, अगर तमिलनाडु को पानी दिया गया तो पूरे राज्य में पानी को लेकर बेहद बड़ी समस्या पैदा होगी।
वहीं, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य शांति में विश्वास रखते हैं। इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा है कि वे तमिलनाडु की सीएम जय ललिता को इस बारे में पत्र लिखकर मामले को सुलझाने की बात करेंगे। साथ ही केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ के सामने भी इस मामले को रखेंगे।
इस दौरान कर्नाटक समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। और राज्य से तमिलनाडु में जाने वाली बसों पर रोक लगा दी।