अर्जुन तेंदुलकर के क्रिकेट के मैदान पर कोई कमाल करने से पहले ही वह सुर्खियों का केंद्र बने हुए हैं। वह अपने साथ सरनेम ‘तेंदुलकर’ का दबाव लेकर चल रहे हैं, जिन्होंने उन्हें हमेशा से जनता के बीच लोकप्रिय विषय बना रखा है। उनके पिता जो भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा नाम हैं सचिन तेंदुलकर, ने कहा कि वह अपने बेटे के क्रिकेट में दखलंदाजी नहीं करेंगे। सचिन चाहते हैं कि उनका बेटा अपने क्रिकेट का पूरा आनंद उठाए।
सचिन ने अर्जुन से कहा कि, ‘हर सुबह उठकर उसे अपने लक्ष्य का पीछा करना चाहिए। चाहे जैसे भी हालात हो। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन मुंबई U-19 का प्रतिनिधित्व करने के बाद भारत के लिए U-19 स्तर पर भी दो टेस्ट मैच खेले हैं।
वह ‘टी-20 मुंबई’ के दूसरे सत्र में नीलामी के लिए मौजूद रहेंगे। सीनियर स्तर पर यह उनका पहला टूर्नामेंट होगा। तेंदुलकर से जब पूछा गया कि क्या सीनियर स्तर पर करिअर शुरू करने का यह सही तरीका होगा तो उन्होंने कहा कि यह ऐसा मौका है जिसका अर्जुन को फायदा उठाना होगा।
तेंदुलकर ने कहा, ‘यह ऐसा मंच है जहां मुझे लगता है कि लोग आप पर और आपके खेल पर नजर रखेंगे। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते है तो आप दुनिया के शिखर पर होंगे। तेंदुलकर को हालांकि लगता है कि अगर अर्जुन को अगर सफलता नहीं मिलती है तो उनके लिए मौके खत्म नहीं होंगे। इससे वह और मजबूत बनेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए यह जरूरी है कि वह क्रिकेट को लेकर जूनूनी रहे और इस खेल से उसका लगाव बना रहे। इस दौरान अच्छा और बुरा दौर आएगा। उसके पास हर सुबह अपने सपनों के पीछे भागने की वजह होनी चाहिए।’