बिहार में अभी चुनावी रणभेरी बजने का इंतजार है लेकिन राजनीतिक दलों में चुनावी सरगर्मी नजर आने लगी है. राजनेताओं के तीखे बयान हों या दलबदल की खबरें चुनाव से जुड़ी हर चीज अब तेज हो चुकी है. तमाम दल चुनावी गठबंधनों को लेकर भी फिक्रमंद नजर आ रहे हैं. इस बीच आरा से बीजेपी सांसद और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी बिहार में गठबंधन से जुड़ा एक अहम बयान दिया है.
न्यूज एजेंसी से हुई बातचीत में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि हम अपने दम पर बिहार में सरकार बना सकते हैं, इसमें कोई शक नहीं है. लेकिन, हम 1996 से जेडीयू के साथ साझेदारी में हैं, और हम इसे तोड़ना नहीं चाहते हैं, न ही ऐसा करना चाहते हैं. हम अपने दोस्तों को नहीं छोड़ते हैं.
बीजेपी सांसद आरके सिंह के बयान से ऐसा लग रहा है कि इस बार एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्म्यूला कुछ बदला-बदला नजर आ सकता है. उन्होंने आगे कहा कि सीट शेयरिंग में हमारा हिस्सा जल्द ही तय होगा. इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से समाप्त किया जाएगा क्योंकि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं. लोकसभा चुनाव परिणामों ने स्पष्ट रूप से बीजेपी और पीएम मोदी के वोट बेस को प्रदर्शित किया है. इसलिए, सीट विभाजन केवल उसी पर आधारित होना चाहिए.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी आक्रामक चुनाव प्रचार को धार देने में जुटी है. वहीं, राजनीतिक समीकरण को साधने के लिए बीजेपी के एक से बड़े दिग्गज नेता अगले सप्ताह बिहार दौरे पर पहुंच रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष अगले सप्ताह पटना में होंगे.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा 8 सितंबर को बिहार के दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचेगे तो महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस 9 सितंबर को पटना पहुंचेंगे. इसके अलावा बीजेपी के संगठन मंत्री बीएल संतोष तो पार्टी अध्यक्ष के दौरे से एक दिन पहले यानी 7 सितंबर को ही पटना पहुंच रहे हैं. वहीं, बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव पहले ही डेरा जमाए हुए हैं.