झारखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए आज सोमवार का दिन कई मायनों में बेहद खराब रहा. एक तो पार्टी चुनाव में हार गई तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री रघुवर दास अपनी सीट भी नहीं बचा सके. रघुवर दास जिस सीट जमशेदपुर ईस्ट से चुनाव लड़ रहे थे, वहां से इससे पहले वह 5 बार चुनाव जीत चुके थे और पिछली बार सबसे बड़ी जीत के नायक भी रहे थे.
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को महज 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. जबकि पिछली बार 2014 में हुए बीजेपी ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 37 सीटें पर जीत हासिल की थी. 5 साल पहले हुए चुनाव में रघुवर दास राज्य में सबसे बड़ी जीत के नायक बने थे.
2019 के चुनाव में बीजेपी के बागी उम्मीदवार सरयू राय को 73,945 मत (42.59 फीसदी) मिले तो मुख्यमंत्री और बीजेपी के उम्मीदवार रघुवर दास को महज 58,112 वोट (33.47 फीसदी) मिले. रघुवर दास 1995 से यहां से चुनाव जीत रहे थे और इस बार उनकी नजर छठी जीत पर थी, लेकिन वह अपने जीत के रिकॉर्ड को कायम नहीं रख सके. साथ ही मुख्यमंत्री की कुर्सी भी जाती रही.
रघुवर दास ने जिन अपने साथी सरयू राय को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया उन्हीं सरयू ने बगावती तेवर अपनाते हुए उन्हें उनके ही घर में 15,833 मतों के अंतर से हरा दिया.