महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. दोनों पार्टियों ने मिलकर सूबे में सरकार बनाने का वादा भी किया था, लेकिन अब तक नई सरकार की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए एक हफ्ते से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी तक बीजेपी और शिवसेना में सरकार बनाने को लेकर बात नहीं बन पा रही है.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री की शपथ लेते देखने की उम्मीद अभी तक नहीं छोड़ी है, तो दूसरी तरफ बीजेपी सरकार बनाने को लेकर बेसब्र हो रही है. बीजेपी खेमा 5 नवंबर को नई सरकार की शपथ की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने शपथ के लिए 5 नवंबर को वानखेड़े स्टेडियम भी बुक कर दिया है. हालांकि अभी बीसीसीआई की इजाजत मिलनी बाकी है, लेकिन शिवसेना के तेवर तो कुछ अलग ही कह रहे हैं.
महाराष्ट्र की राजनीति में सब कुछ गोल-गोल घूम गया. दोनों पार्टियों के बीच खींचतान जारी है. शिवसेना फिफ्टी-फिफ्टी फार्मूले के साथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए अड़ी है, जबकि बीजेपी साफ कर चुकी है कि अगले पांच साल तक देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात की. इसके बाद महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक सियासी हलचल तेज हो गई.