बिहार के वैशाली जिले में 20 साल की गुलनाज को जिंदा जलाने के मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है। एफआईआर में नामजद मुख्य आरोपी चंदन को राज्य पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाकी के बचे हुए दो आरोपियों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
वहीं लापरवाही बरतने के आरोप में एक एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है। दूसरी ओर पुलिस के आश्वासन के बाद पीड़िता के परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। उसके परिवार के सदस्यों ने 15 नवंबर को पटना के कारगिल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया था।
वैशाली जिले में छेड़खानी का विरोध करने पर 20 साल की एक युवती को गांव के दबंगों ने जिंदा जला दिया था। घटना देसरी थाने के रसूलपुर हबीब में घटित हुई थी।
गांव के कुछ लड़कों ने छेड़खानी को लेकर हुए विवाद के बाद लड़की पर मिट्टी का तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था। पीड़िता का पटना के पीएमसीएच में इलाज चल रहा था, जहां 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई।
लड़की के परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने आरोपी के परिवारवालों से छेड़खानी की शिकायत की तो दबंग लड़के ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसे घर से पकड़ लिया और जिंदा जला दिया। वारदात के 15 दिन बाद सोमवार को उसने पटना के पीएमसीएच अस्पताल में दम तोड़ दिया। मंगलवार को मुख्य आरोपी चंदन राय पुलिस की गिरफ्त में आया है।