शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार में मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में राष्ट्रध्वज फहराया। इसके बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के दौरान किए जा रहे सरकार के कार्यों की जानकारी दी तथा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए आगे के लक्ष्य भी बताए। साथ ही यी भी कहा कि उनका लक्ष्य बिहार को देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल करना है।
संबाेधन में मुख्यमंत्री ने कहीं ये बातें
कोरोना से निपटने को लगातार काम कर रही सरकार
स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ले कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार शुरू से सचेत है तथा लगातार काम कर रही है। सभी लोग अपने ढंग से काम में में लगे हुए हैं। लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना का संक्रमण पूरे देश में बढ़ा। बिहार में इस संक्रमण से निबटने के उपायों की जानकारी देेत हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। साथ ही कोविड सेंटर, कोविड केयर सेंटर और डेडिकेटेड सेंटर की व्यवस्था की गई है। कोरोना की जंग में लगे चिकित्सा कर्मियों के लिए एक माह का समतुल्य वेतन देने का भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना का इलाज करने के दौरान निधन होने पर सेवानिवृति तिथि तक वेतन के बराबर पेंशन तथा अनुकंपा पर नौकरी देन का भी फैसला किया गया है।
कोरोना को लेकर लोगों में भय नहीं, सजगता जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत लोग बहुत तरह की बातें करते हैं। पहले हमलोगों ने सोचा था गर्मी आएगी कोरोना खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोरोना के चलते बहुत सी चीजें अव्यवस्थित हुई हैं। कोरोना को लेकर लोगों में भय नहीं सजगता होनी चाहिए। सरकार काम कर रही है।
लॉकडाउन में प्रवासियों के लिए काम, रोजगार सृजन
लॉकडाउन की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उस दौरान प्रवासियों के लिए काम किए गए। रोजगार सृजन के प्रयास किए गए।
बाढ़ पीड़ित परिवारों को दे रहे छह-छह हजार रूपये
बिहार में बाढ़ की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 16 जिलों के 130 प्रखंडों की 1303 पंचायतों की 81 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है। राज्य सरकार राहत कार्य चला रही है। राहत शिविरों में कोरोना जांच की भी व्यवस्था की गई है। सरकार पीड़ित परिवारों को भोजन व कपड़ों के लिए छह हजार रूपये दे रही है। यह रकम पैसे सीधे बैंक खाते में जा रही है। अभी तक 7.79 लाख परिवारों के खातों में 467 करोड़ रुपये डाले गए हैं। शेष को भी रकम सप्ताह से 10 दिन में मिल जाएगी।
क्राइम, क्रप्शन व कम्युनिलिज्म पर जीरो टालरेंस
मुख्यमंत्री ने बिहार में क्राइम, क्रप्शन और कम्युनिलिज्म पर जीरो टालरेंस की नीति को दोहराया। लोगों ने विधि व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द काम किया है। उन्होंने अपराध को नियंत्रण में बताया। कहा कि राष्ट्रीय औसत को देखें तो अपराध के मामले में बिहार 23वें स्थान पर है। भूमि विवाद निपटारे के लिए सर्किल ऑफिसर और थाना प्रभारी को हर सप्ताह थाना में एक मीटिंग करना अनिवार्य है। डीएम भी हर महीने बैठक करेंगे।
राज्य के किसी कोने से पांच घंटे में पटना पहुंचना संभव
सरकार की उपलब्धियां गिनाने हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों व पुलों का निर्माण तथा चौड़ीकरण हो रहा है। अब राज्य के किसी कोने से पांच घंटे में पटना पहुंचना संभव है। राज्य सरकार के मद से पथ निर्माण में अब तक 54461 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है। 2005 के बाद बिहार में 18 मेगा पुल का निर्माण किया गया।
यह राज्य योजना से किया गया। ग्रामीण सड़कों के लिए 34287 करोड़ खर्च किए गए हैं।
हर घर पहुंची बिजली, अब हर खेत तक पहुंचाएंगे पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गांधी मैदान में ही 2012 में कहा था कि अगर बिजली में सुधार नहीं हुआ तो वोट मांगने नहीं जाऊंगा। अब हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। अक्टूबर 2018 में ही या काम पूरा हो गया।
अब किसानों के खेत तक सरकार बिजली पहुंचा रही है। आगे हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचा देंगे।
बिजली के क्षेत्र बहुत कार्य किए गए हैं। सभी जर्जर तार भी बदल दिए गए हैं।
18 फीसद से बढ़ा कर 86 फीसद तक किया टीकाकरण
कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार काम कर रही है। बिहार में टीकाकरण का हाल काफी बुरा था। पहले यह केवल 18 फीसद था, जिसे बढ़कर 86 फीसद किया जा चुका है।
नियोजित शिक्षकों के लिए नई सेवा शर्त नियमावली जल्द
मुख्यमंत्री ने नियोजित शिक्षकों के लिए शीघ्र नई सेवा शर्त नियमावली लागू करने की घोषणा की। कहा कि उन्हें ईपीएफ का लाभ भी दिया जाएगा। जल्द ही सेवा शर्त नियमावली की विधिवत घोषणा की जाएगी। उन्होंने 35916 शिक्षकों के पद सृजित किए जाने की भी जानकारी दी। कहा कि चार सौ कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रकिया शुरू की जाएगी।
बिहार को देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल करना लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि आगे पटना म्यूजियम का भी विस्तार किया जाएगा। बिहार म्यूजियम से इससे भूमिगत जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य बिहार को देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल करना है। अंत में उन्होंने कहा कि बिहार को खुशहाल राज्य के रूप में देश के मानचित्र पर स्थापित करने का हमें संकल्प लेना चाहिए।