गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) व अल्पेश ठाकोर (Alpesh Thakor) के खिलाफ मुजफ्फरपुर के कांटी थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। यह एफआइआर अहियापुर थाना क्षेत्र के भिखनपुर गांव के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी की ओर से दाखिल मुकदमे के आधार पर दर्ज की गई है। तमन्ना हाशमी के मुकदमे में सब जज व अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की आदलत ने एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था। मुकदमे में उन्होंने गुजरात में बिहारियों के साथ बुरा बर्ताव व वहां से जबरन निकाले जाने का आरोप लगाया है।
तमन्ना हाशमी ने बताया कि उन्हें कांटी थाने पर बुलाकर बयान दर्ज किया गया है। कांटी थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
यह है मामला
बता दें कि वर्ष 2018 में मुजफ्फरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम) सह सबजज (प्रथम) गौरव कमल के कोर्ट में एक मुकदमा दाखिल किया था। उन्होंने गुजरात में बिहारियों पर अत्याचार तथा उन्हें वहां से भगाने के आरोप में वहां के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी एवं स्थानीय विधायक व बिहार कांग्रेस के सह प्रभारी अल्पेश ठाकोर के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया था।
लगाए ये आरोप
तमन्ना हाशमी ने अपने परिवाद में कहा था कि नौ अक्टूबर 2018 को विभिन्न टीवी चैनलों पर यह खबर प्रसारित की जा रही थी कि बिहार के लोगों के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा तथा उन्हें जबरन गुजरात से भगाया जा रहा है। बिहारी होने के नाते इस खबर से वे आहत हुए हैं। अल्पेश ठाकोर पर इसका आरोप लगाते हुए उन्हाेंने मुकदमे में यह भी आरोप लगाया कि देश तोडऩे के इस प्रयास में वहां के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने साथ देने का काम किया है।