धान के बिचड़े से खेत मे CBI लिखकर जाँच की मांग कर रहे हैं युवा नेता दिलीप कुमार। ये वही दिलीप कुमार है जिसने मार्च 2020 मे अपनी शादी के कार्ड पर भी CBI जाँच से संबंधित मांग को छपवाया था। दरअसल, 22 दिसम्बर 2019 को बिहार दारोगा भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित हुई थी। करीब साढे चार लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। परन्तु परीक्षा से पहले ही सोशल साइट्स पर उत्तर वायरल हो गया था। जिसके कारण 26 दिसंबर को ही दिलीप कुमार के नेतृत्व मे पटना मे हजारों छात्रों ने पेपरलीक की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर आंदोलन किया था। तब से छात्र लगातार अपनी मांगों के समर्थन में आंदाेलन कर रहे हैं।
सीबीआइ जांच की मांग को लेकर उग्र आंदोलन कर चुके हैं छात्र
फरवरी मे तो पटना मे काफी जबरदस्त और उग्र आंदोलन हुआ था । आंदोलन के दौरान स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। आंसू गैस के गोले भी दागे गए थे। बाद में दस छात्रों को जेल भी भेजा गया था। पांच मार्च को विधानसभा और विधान परिषद में भी राजद और कांग्रेस के सदस्यों ने सीबीआई जांच की मांग की थी। आठ मार्च को आंदोलन का नेतृत्व कर रहे दिलीप कुमार की शादी थी । उन्हेांने अपनी शादी के कार्ड पर भी पेपरलीक की सीबीआइ जांच की मांग को छपवाया था। यह शादी कार्ड काफी चर्चा में रहा और सरकार पर काफी दबाव पड़ने लगा। होली के बाद मार्च मे गांधी मैदान में पूरे बिहार के छात्र सीबीआ जांच की मांग को लेकर रैली करने वाले थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से कोई आंदोलन नहीं हो पाया।
नहीं तो करेंगे नीतीश कुमार का बहिष्कार
अब दिलीप कुमार ने आंदोलन करने और जाँच की मांग को लेकर फिर से एक नया तरीका अपनाया है और इस बार खेत मे धान के बिचड़ा से CBI लिखकर जाँच की मांग की है। साथ ही ये भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीबीआ जांच नहीं करवाते हैं तो बिहार के युवा चुनाव में नीतीश कुमार का संपूर्ण बहिष्कार करेंगे। इसके लिए नीतीश हटाओ अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए भी दिलीप ने खेत में धान के बिचड़ा से नीतीश हटाओ लिखा।