बिहार के पूर्णिया जिले में बुधवार को कोरोना संक्रमण का एक नया मामला सामने आने के बाद प्रदेश में कोविड-19 के मामले अब बढ़कर 536 हो गए. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बुधवार को बताया कि पूर्णिया जिले के जलालगढ निवासी 27 साल के एक पुरुष में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है .
बिहार के 38 जिलों में से 32 जिलों में कोविड-19 के मामले अब तक प्रकाश में आए हैं. बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब तक सबसे अधिक मुंगेर में 102, बक्सर में 56, रोहतास में 52, पटना में 44, नालंदा में 36, सिवान में 32, कैमूर में 31, मधुबनी में 23, गोपालगंज एवं भोजपुर में 18-18, बेगूसराय एवं औरंगाबाद में 13—13, भागलपुर एवं पश्चिम चंपारण में 11—11, कटिहार में 10, पूर्वी चंपारण में 09, सारण में 08, गया और सीतामढी में छह-छह, दरभंगा और अरवल में पांच-पांच, लखीसराय, नवादा और जहानाबाद में चार-चार, बांका और वैशाली में तीन-तीन, मधेपुरा, अररिया और पूर्णिया में दो-दो और शेखपुरा, शिवहर और समस्तीपुर में एक-एक मामले प्रकाश में आए हैं .
बिहार में अब तक कोरोना वायरस के 30487 नमूनों की जांच की जा चुकी है और कोरोना संक्रमित 158 मरीज ठीक हुए हैं. गौरतलब है कि 21 मार्च को मुंगेर जिला निवासी कोरोना वायरस संक्रमित एक मरीज और 17 अप्रैल को वैशाली जिला निवासी एक मरीज की पटना एम्स में और 1 मई को पूर्वी चंपारण जिला निवासी एक मरीज और 2 मई को सीतामढी जिला निवासी कोरोना वायरस संक्रमित एक मरीज की नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में मौत हो गयी.
वहीं बिहार में 350 से अधिक डॉक्टरों को काम पर रिपोर्ट नहीं करने के चलते कारण बताओ नोटिस दिया गया है. इस पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि इस महामारी में हम अपने योद्धाओं के प्रति अत्यधिक सम्मान रखते हैं.
हमने उनसे बात की और यह महसूस किया गया कि उन्हें नियमों से अवगत कराने की आवश्यकता है, इसलिए हमने यह फैसला लिया है.