राजधानी में कुछ इस तरह की आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें लोग सी विजिल ऐप पर भेज रहे हैं। इन शिकायतों पर चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई भी कर रहा है। आचार संहिता के लागू के होने के बाद से गत 14 मई तक 2080 शिकायतें मिली हैं। इनमें 90 फीसदी शिकायतें सही पाई गई हैं।
हमारी संपत्ति पर बिना अनुमति के नेता अपना पोस्टर लगाकर चले गए हैं। आपसे कार्रवाई की उम्मीद है।’ राजधानी में कुछ इस तरह की आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें लोग सी विजिल ऐप पर भेज रहे हैं। इन शिकायतों पर चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई भी कर रहा है। आचार संहिता के लागू के होने के बाद से गत 14 मई तक 2080 शिकायतें मिली हैं। इनमें 90 फीसदी शिकायतें सही पाई गई हैं।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि जनता को आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों के लिए सी विजिल ऐप उपलब्ध कराया गया है। इसमें आचार संहिता उल्लंघन के लिए फोटो, वीडियो से लेकर ऑडियो तक आसानी से अपलोड करके भेजे जा सकते हैं। खास बात यह है कि शिकायतें भेजते ही ऐप यह पता लगा लेता है कि इसे कहां से भेजा गया है। इसमें शिकायतकर्ता की जानकारी गुप्त रखी जाती है। वर्तमान में दीवारों और सड़कों पर लगे अवैध चुनावी पोस्टर, होर्डिंग, लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से लेकर रैलियों में आचार संहिता के उल्लंघन के फोटो, वीडियो और ऑडियो तक की शिकायतें लोग कर रहे हैं।
24 से 48 घंटे में होता है शिकायतों का निपटारा
अधिकारियों के अनुसार, सभी शिकायतों का 24-48 घंटे के भीतर निपटारा किया जाता है। बिना अनुमति निजी संपत्तियों पर पोस्टरों को लगाने के अलावा लोगों की अनुमति के बिना राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से घरों और प्रतिष्ठानों पर पोस्टर चस्पा करने से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं। सबसे ज्यादा 374 शिकायतें उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से मिली हैं। इनमें 90 फीसदी से अधिक शिकायतें ठीक मिली हैं। सबसे कम 49 शिकायतें उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मिली हैं। दक्षिणी दिल्ली से 65 शिकायतें मिली हैं। इसके अलावा उत्तरी दिल्ली जिले से 258, पूर्वी जिले से 275, मध्य जिले से 146, शाहदरा से 186 से अधिक शिकायतें मिली हैं। आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए 22 विभागों की प्रवर्तन टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा 210 फील्ड सर्विलांस टीम के अलावा, 210 स्टैटिकल सर्विलांस टीम भी नजर रख रही हैं।
मतदाताओं के राजनीतिक दल करा रहे पंजीकरण
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने दिल्ली पुलिस से चुनाव के बाद योजनाओं का फायदा देने के लिए मतदाताओं के पंजीकरण में शामिल राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखकर कहा गया है कि निर्वाचन कार्यालय को कुछ राजनीतिक दलों की ओर से सर्वेक्षण की आड़ में चुनाव के बाद योजनाओं का फायदा देने के लिए मतदाताओं का पंजीकरण करने की शिकायतें मिली हैं। ऐसे दल अपनी संभावित योजनाओं का लाभ पाने के लिए मतदाताओं से हाथ से या डिजिटल रूप से फॉर्म भरने के लिए कह रहे हैं। इसमें मतदाताओं के नाम, उम्र, फोन नंबर आदि की जानकारी ली जा रही है। निर्वाचन अधिकारी ने यह भी सुझाव दिया कि पुलिस जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 127ए और 123(1) और भारतीय दंड संहिता की धारा 171 (बी) के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
प्रचार के लिए अल सुबह पार्कों में पहुंचे नेता
अल सुबह दिल्ली के पार्क गुलजार रहते हैं। सूर्योदय के साथ ही लोग पार्क में सैर व योग कर दिन की शुरुआत करते हैं। इन दिनों इन्हीं लोगों के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं का पहुंचना राजनीतिक चर्चा का विषय बना है। भाजपा ने इसे अपने कैंपेन के रूप में लिया है।बृहस्पतिवार को भाजपा के सभी उम्मीदवार विभिन्न पार्कों में पहुंचे और पक्ष में मतदान करने के साथ केंद्र सरकार की उपलब्धियों से भी अवगत कराया। हालांकि, प्रत्याशियों को लोगों के सवालों से भी सामना करना पड़ा।
प्रदेश भाजपा प्रत्याशियों ने पार्क चलो अभियान चलाया। भाजपा नेताओं और सांसद उम्मीदवारों ने 87 पार्कों में सुबह की सैर करने वालों के बीच प्रचार अभियान चलाया। नई दिल्ली की भाजपा प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने करोल बाग स्थित अजमल खां पार्क में युवाओं के साथ बैडमिंटन खेला। इस दौरान उन्होंने युवा मतदाताओं से अपील की कि वे मतदान के पहले घंटे में वोट अवश्य डालें। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्कों में लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा की। अभियान में शामिल होने वालों में प्रमुख नेताओं में डीडीयू पार्क में संगठन महामंत्री पवन राणा, कालकाजी में रामवीर सिंह बिधूड़ी, रोहिणी में योगेंद्र चंदोलिया, यमुना विहार में अजय महावर, कालकाजी में योगिता सिंह, सोनिया विहार में मोहन सिंह बिष्ट, लोनी रोड पर जीतेंद्र महाजन, बैंक एन्क्लेव में अभय वर्मा, सूरजमल पार्क में ओमप्रकाश शर्मा, गांधी नगर में अनिल बाजपेयी, अंधेरिया मोड़ पर गजेंद्र यादव, सुशीला मोहन पार्क में प्रवीण शंकर कपूर, दिल्ली विश्वविद्यालय में राजा इकबाल सिंह शामिल हुए।
कांग्रेस ने महंगाई पर उठाए सवाल
प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए बृहस्पतिवार को महंगाई को मुद्दा उठाया। प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक ने आरोप लगाया कि आज लोगों के पास थाली है तो खाना नहीं, डिग्री है तो नौकरी नहीं, वाहन है तो पेट्रोल-डीजल नहीं, सिलिंडर है तो एलपीजी गैस नहीं, शौचालय है तो पानी नहीं और प्रधानमंत्री इसे अच्छे दिन और ‘अमृतकाल’ बता रहे हैं। कांग्रेस के शासन में बटुए में पैसा लेकर जाते थे और थैला भरकर सामान लाते थे और अब भाजपा के शासन में ऐसा समय आ गया है, जब थैले में पैसा लेकर जाएं और बटुए में सामान लाएं। 250 रुपये किलो तक पहुंचकर टमाटर जनता को लाल आंख दिखा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बढ़ती से पल्ला झाड़ लिया है।
बुजुर्गों व दिव्यांगों के पास जाकर करवाया जा रहा मतदान
लोकसभा चुनाव के लिए बृहस्पतिवार से राजधानी में घर जाकर मतदान की प्रक्रिया सुविधा शुरू हो गई। 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता व दिव्यांग जिन्होंने फार्म भरकर सुविधा मांगी थी, उनसे घर जाकर टीमें मतदान करवा रही हैं। सातों लोकसभा सीटें पर 25 मई को मतदान होने हैं, लेकिन घर से मतदान की प्रक्रिया 24 मई तक चलेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी कृष्णमूर्ति ने बताया था कि दिल्ली में 5472 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान करने के लिए फार्म 12डी भरा था। चुनाव आयोग की ओर से आदेश दिया गया था कि लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी तारीख और समय निर्धारित कर घर से मतदान करने वालों से वोट डलवा सकते हैं। मतदाताओं को पहले से सूचित करने के बाद टीमें मतदान के लिए घर पहुंच रहीं हैं। बीएलओ, पुलिस व अन्य स्टाफ मतदान के लिए जा रहे हैं।
पिकअप एंड ड्रॉप की सुविधा भी मिलेगी
दिल्ली में इस बार 85 वर्ष से अधिक मतदाताओं की संख्या 97823 है। वहीं, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 77480 है। जिन लोगों ने फार्म 12डी भरा हुआ था, उनकी स्थिति को देखते हुए निर्वाचन अधिकारी ने तय किया है कि वोट घर जाकर लिया जाएगा या फिर कैब की व्यवस्था कर मतदान केंद्र तक ला जाएगा। इसके लिए सभी निर्वाचन अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वाहनों का इंतजाम करने के लिए कहा था। मतदान केंद्रों पर सुविधा के लिए 8,000 स्वयंसेवक और 4000 व्हीलचेयर रहेंगी।