सभी देवों में महादेव का स्थान सबसे ऊंचा माना गया है. भगवान भोलेनाथ बड़े ही भोले और दयालु हैं. शिवलिंग पर सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से ही ये खुश हो जाते हैं और भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं.
शास्त्रों के अनुसार, शिव जी जितने सौम्य और कोमल हैं वे उतने ही उग्र और क्रूर हैं और इन सभी का उल्लेख शास्त्रों में पढ़ने को मिलता है. शिवजी का भोलेनाथ स्वरुप लोगों की श्रद्धा भक्ति से प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करता है. वहीं शिव का काल भैरव रूप दुष्ट और पापियों का संहार करता है.