भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच संयुक्त राष्ट्र की बैठक के दौरान होने वाली बातचीत को रद करने के भारत के फैसले पर पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने अपना आपा खो दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘भारत की इस नकारात्मक प्रतिक्रिया से मैं निराश हूं। हालाकि मैं अपनी पूरी जिदंगी बड़े दफ्तर में विराजे ऐसे छोटे लोगों को देखता आया हूं जिनके पास बड़ी सोच नहीं है और बड़ी तस्वीर देखने का हुनर नहीं है।’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बातचीत रद होने पर कहा था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ स्वराज की बैठक की घोषणा के साथ ही दो बेहद चिंताजनक गतिविधियां हुई हैं। एक तो पाकिस्तान स्थित संगठनों ने हमारे सुरक्षाकर्मियों की नृशंस हत्या की है जबकि दूसरी तरफ पाकिस्तान सरकार की तरफ से एक आतंकी को सम्मान देते हुए 20 डाक टिकट जारी किये गये हैं। इससे साफ है कि पाकिस्तान अपना रास्ता बदलने को तैयार नहीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक पाकिस्तान की वार्ता की नई शुरुआत दरअसल, उसकी सोची समझी साजिश का हिस्सा था जो अब सभी के सामने आ चुका है। पीएम इमरान खान का असली चेहरा दुनिया के सामने उनके कार्यकाल संभालने के कुछ महीनों के भीतर ही सामने आ चुका है। ऐसे में मौजूदा माहौल में पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत का कोई मतलब नहीं है।