मौजूदा समय में देश के कुल 2,967 बाघ हैं, जिनमें से सर्वाधिक 526 बाघ मध्य प्रदेश में हैं, लेकिन बाघों के लिए भारत अभी भी सुरक्षित नहीं है। वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के तमाम प्रयासों के बावजूद बाघों का शिकार होना अभी भी जारी है।
इस वर्ष अक्टूबर तक शिकारियों ने नौ बाघों का शिकार कर डाला है। इनमें सबसे ज्यादा चार बाघों को असम में मारा गया है, तो वहीं मध्य प्रदेश में तीन बाघों का शिकार किया गया है। एक-एक बाघ पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में मारे गए हैं।
हालांकि, इसी दौरान वन्य जीवों के शिकार के अपराध से जुड़े मामलों में 28 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। आरटीआई कार्यकर्ता रंजन तोमर के पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह जानकारी सामने आई है।