सोनी पिक्चर नेटवर्क और रिलायंस समूह के Viacom 18 का विलय होने जा रहा है और इस बारे में जल्दी ही ऐलान हो सकता है.
इसका मतलब यह है कि लोकप्रिय जनरल एंटरटेनमेंट चैनल कलर्स और सोनी टीवी एक ही ग्रुप का हिस्सा हो सकते हैं.
यह भारतीय टीवी जगत की एक बड़ी डील होगी और इस टीवी एंटरटेनमेंट जगत पर नए बने समूह का एकाधिकार हो सकता है.
मीडिया इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोनी-वायकॉम के साथ आने से डिज्नी-स्टार को तगड़ी चुनौती मिलेगी, खासकर हिंदी के जनरल एंटरटेनमेंट (GEC) जोनर में.
सूत्रों के मुताबिक इस बारे में बातचीत अंतिम दौर में है. एक जानकार के मुताबिक इस डील के बारे में काफी पहले से बातचीत चल रही थी कि लेकिन रिलायंस समूह के मुखिया मुकेश अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स में तमाम विदेशी कंपनियों के निवेश समझौते की वजह से बिजी हो गए थे.
इस जानकार के मुताबिक, ‘यह कैश डील नहीं होगी. इसमें दोनों कंपनियां एक-दूसरे के शेयरों का आदान-प्रदान करेंगी.’
गौरतलब है कि Viacom 18 रिलायंस समूह के नेटवर्क 18 और वायकॉम के बीच 51:49 हिस्सेदारी वाला एक संयुक्त उद्यम है.
विलय होने के बाद बनी कंपनी में सोनी की हिस्सेदारी 74 फीसदी की हो सकती है, जबकि वायकॉम 18 की हिस्सेदारी 26 फीसदी. इसमें अकेले रिलायंस समूह की बात करें तो उसकी हिस्सेदारी करीब 12 फीसदी हो सकती है.
इस डील में वायकॉम 18 के केवल मनोरंजन कारोबार ही शामिल होगा और इसके बाद भी रिलायंस नए चैनल खरीदना जारी रख सकता है.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ऐलान किया था कि ग्रुप के केबल टीवी एसेट (डेन नेटवर्क और हैथवे) और सभी न्यूज चैनल को एक कंपनी के तहत लाया जाएगा.
पिछले कुछ वर्षों में स्टारप्लस और स्टार भारत की दर्शक संख्या में गिरावट आई है, जबकि कलर्स ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में अच्छी पैठ बनाई है. दूसरी तरफ, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन SET शहरी बाजार में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.