uri attack के बाद से PAKISTAN ने बॉर्डर पर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। PAKISTAN को डर है कि भारतीय जवान उसकी सीमा में घुसकर सब तहस-नहस न कर दें।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर छिन जाने का खौफ भी बरकरार है। यूएन की बैठक में भी पाकिस्तान की किरकिरी हुई है। नवाज शरीफ के भारत विरोधी भाषण को किसी तरह की मदद नहीं मिली।
इस बीच एक नया खतरा सामने आ गया है। छुपकर हमला करने वाले पाकिस्तान पर इस बार पीछे से हमला हुआ है। यह हमला भारत ने नहीं, बल्कि सबसे बड़े आतंकी संगठनों में एक अलकायदा की ओर से किया गया है। अलकायदा की विंग जमातुल अहरार ने पाकिस्तान पर हमला कर दिया है। शुक्रवार को पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर की पर दो पाक चेकपोस्ट पर यह हमला किया गया।
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक आर्मी का कहना है कि मोहमंद और बजौर इलाके में आतंकियों ने हमला किया है। शुक्रवार को दिन में हुई मुठभेड़ काफी देर तक जारी रही।
बीते कुछ महीनों से अफगानिस्तान सीमा से पाकिस्तान पर हमले बढ़े हैं। पूर्व पाकिस्तानी आर्मी चीफ राहिल शरीफ इस मुद्दे को बीते जून में उठाया था। हालांकि तब उन्होंने अफगानिस्तान के संगठन तहरीक-ए-तालिबान के खिलाफ अमेरिका में आवाज उठाई थी। लेकिन इस बार मामला जरा बिगड़ा हुआ है।
उरी हमले के बाद अमेरिका में भी पाकिस्तान के खिलाफ माहौल बना हुआ है। साथ ही आज पाकिस्तान पर हुए हमले में तहरीक-ए-तालिबान का हाथ नहीं है। ऐसे में अब पाकिस्तान के इस मुद्दे को अपने दम पर सुलझाने की चुनौती आ खड़ी हुई थी।