दुनिया की जानी मानी सोशल मीडिया कंपनी Facebook भी अब फेक पोस्ट और हार्मफुल कंटेंट के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहा है. बता दे कि Facebook ने हाल ही में कहा है कि वो जल्द ही उन पोस्ट को लिमिट कर देगा, जिसमें सत्यता नहीं होगी. दरअसल, Facebook की ग्लोबल प्रेसिडेंट मोनिका बिकर्ट ने बताया कि हम चाहते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो भी कंटेंट यूजर्स शेयर कर रहे हैं वो ऑथेंटिक (सत्य) हो. हम मानते हैं कि प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए पोस्ट अगर ऑथेंटिक (सत्य) होंगे तो ये Facebook पर शेयरिंग का एक बेहतर वातावरण बनाएंगें. हम नहीं चाहते हैं कि लोग Facebook को मिसरिप्रजेंट करने के लिए इस्तेमाल करे.हम चाहते हैं कि ये पता होना चाहिए कि वो कौन हैं और यहां क्या करने का प्रयास कर रहे है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कम्युनिटी स्टैंडर्ड को हाल ही में अपग्रेड किया गया है. Facebook ने बताया कि ऑथेंटिक पोस्ट के अलावा इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का फोकस तीन वैल्यूज- सेफ्टी, डिगनिटी और प्राइवेसी पर रहेगा. Facebook का वादा है कि वो अपने प्लेटफॉर्म को एक सेफ (सुरक्षित) प्लेटफार्म बना सके. बिकर्ट ने आगे कहा उस तरह के पोस्ट जो लोगों को डराते हैं उसे फौरन सीमित कर दिया जाएगा और हटा लिया जाएगा.
इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल यूजर्स की निजी प्राइवेसी और जानकारियों को भी सुरक्षित रखना है क्योंकि सभी यूजर्स को बराबर अधिकार मिले हैं. बिकर्ट ने आगे कहा कि कुछ पोस्ट जो कि हमारी कम्युनिटी स्टैंडर्ड के विरूद्ध हो लेकिन वो खबर लोगों के इंटरेस्ट (पब्लिक इंटरेस्ट) की होगी तो उसे हम अपवाद के तौर पर अनुमति देते हैं. हम इस तरह के पोस्ट को केवल पब्लिक इंटरेस्ट के तौर पर वैल्यू करते हैं. हम इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों के स्टैंडर्ड के तौर पर इस तरह का निर्णय करते हैं.हाल ही में Google ने भी अपने कंटेंट सर्च पॉलिसी में बदलाव किया है. अब Google सर्च में आपको वो ही कंटेंट सबसे ऊपर दिखाई देंगे, जिसकी ऑरिजिनल रिपोर्टिंग की गई हो. अब किसी भी तरह के भ्रामक और सनसनीखेज वाली खबरें आपको न्यूज सर्च में ऊपर नहीं दिखाई देंगे. Google ने अपने सर्च के एल्गोरिदम को बदल रहा है, ताकि लोगों तक सच्ची और डिटेल्ड जानकारी पहुचाई जा सके.