पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा ने अभी से इसकी तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। वहीं सत्ता और विपक्ष के बीच जुबानी जंग और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। इसी बीच ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को गुंडा और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को बाहरी करार दिया। इसका जवाब देते हुए घोष ने बनर्जी को बच्चा बताया है। वहीं बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस को टेररिस्ट मेन्युफैक्चरिंग कंपनी कहा है।
तृणमूल सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें गुंडा करार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बाहरी बताया।
अभिषेक बनर्जी द्वारा खुद को गुंडा कहे जाने पर पलटवार करते हुए घोष ने उन्हें बच्चा करार दिया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने देखा है कि पंचायत चुनाव में कौन गुंडा है। उन्होंने मुझे न केवल एक ठग कहा, बल्कि एक माफिया भी कहा। माफिया कौन है, यह समझा जा सकता है। उनके काफिले में 25 कारें हैं और हर कोई जानता है कि उनके पास क्या-क्या है। वास्तव में हताशा एक उच्चतम स्तर पर है।’
पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने कहा, ‘समय के साथ, टीएमसी का अर्थ बदलता रहा है। अब यह टेररिस्ट मेन्युफैक्चरिंग कंपनी (आतंकवादी निर्माण कंपनी) बन गई है। युवाओं में भी यही धारणा है। टीएमसी कार्यकर्ता भी ऐसा सोचते हैं और इसलिए वे कब्रिस्तानों की दीवारों पर लिख रहे हैं कि टीएमसी 2021 में आ रही है।’
हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति तृणमूल कांग्रेस में नहीं रह सकता, क्योंकि अब इसकी लगाम ‘भाइपो’ (भतीजे) के हाथों में चली गई है। इसके जवाब में बनर्जी ने विजयवर्गीय ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें हिम्मत है, तो वे ‘भतीजा’ नहीं कहें और उनका नाम लेकर दिखाएं।