बंगाल में चक्रवात रेमल से निपटने के लिए राज्य प्रशासन ने एहतियाती तैयारियां तेज कर दी हैं। शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव ने राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर चक्रवात से मुकाबले को लेकर चर्चा की। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने 12 टीमों के अलावा पांच अतिरिक्त टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
बंगाल में चक्रवात ‘रेमल’ से निपटने के लिए राज्य प्रशासन ने एहतियाती तैयारियां तेज कर दी हैं। शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका ने राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर चक्रवात से मुकाबले को लेकर चर्चा की। दूसरी ओर, चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा के लिए केंद्र की तरफ से कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्य सचिव की ओर से बताया गया कि कंट्रोल रूम खोलने से लेकर राहत सामग्री व जरूरी दवाओं समेत सभी आवश्यक सामग्रियों का भंडारण किया गया है। समुद्र में मछुआरों को 27 मई तक नहीं जाने और वहां मौजूद मछुआरों को तुरंत लौटने की सलाह दी गई है।
केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर
सूत्रों के अनुसार कैबिनेट सचिव ने बंगाल सरकार को आश्वासन देते हुए कहा कि स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं और हरसंभव सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी।
मौसम विभाग ने रविवार-सोमवार को बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। विभाग ने 26 और 27 मई को बंगाल के तटीय जिलों दक्षिण और उत्तर 24 परगना के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
बंदरगाहों पर नियमित अलर्ट के साथ सलाह जारी
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने 12 टीमों के अलावा पांच अतिरिक्त टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। सेना, नौसेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को भी तैयार रखा गया है। शिपिंग महानिदेशक द्वारा कोलकाता और पारादीप के बंदरगाहों पर नियमित अलर्ट के साथ सलाह जारी की जा रही है।
कैबिनेट सचिव ने जोर दिया कि राज्य सरकार और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा सभी आवश्यक निवारक और एहतियाती कदम उठाए जाएं। साथ ही नुकसान के मामले में आवश्यक सेवाओं को कम से कम समय में बहाल किया जाना चाहिए।
रविवार देर रात लैंडफाल कर सकता है चक्रवात
मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न चक्रवात रेमल रविवार देर रात बंगाल के सागरद्वीप व बांग्लादेश के तटों के बीच लैंडफाल कर सकता है। इसके 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात एक गहरे दबाव में बदलकर गंभीर होता जा रहा है। शनिवार प्रात: 5.30 बजे यह बंगाल के सागरद्वीप से लगभग 380 किमी और कैनिंग से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित हो गया।
कोलकाता हवाई अड्डे पर 21 घंटे के लिए उड़ानों का परिचालन रहेगा बंद
चक्रवात रेमल के संभावित प्रभाव को देखते हुए रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए कोलकाता हवाई अड्डे से उड़ानों का परिचालन पूरी तरह निलंबित रहेगा। कोलकाता स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआई) हवाई अड्डे पर हुई बैठक में निदेशक सी पट्टाभि ने एक बयान में कहा कि कोलकाता सहित बंगाल के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए 26 मई, रविवार को दोपहर 12 बजे से 27 मई को सुबह नौ बजे तक उड़ानों के परिचालन को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है।