पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। इस बीच भारतीय दूतावास ने एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि फौरन तेहरान छोड़ दें। सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि तेहरान छोड़कर किसी सुरक्षित जगह पर जाएं।
इस तनाव की चपेट में तेहरान में पढ़ने वाले करीब 140 भारतीय छात्र भी आ गए हैं। ये छात्र तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज और इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।
छात्रों ने बयां किया भयावह मंजर
छात्रों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब 3:20 बजे एक जोरदार धमाके की आवाज ने उन्हें दहशत में डाल दिया। एक छात्र ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “यहां हालात हर पल बिगड़ते जा रहे थे। सुबह 3:20 बजे के करीब एक जोरदार धमाका हुआ। हमने खिड़कियों से बाहर देखा तो काला धुआं दिखाई दिया। जब हम नीचे गए तो और धमाकों की आवाजें सुनाई दीं।”
उन्होंने आगे कहा, “2-3 घंटे बाद फाइटर जेट्स की गड़गड़ाहट सुनाई दी। हम बहुत डर गए थे। आसमान में ड्रोन भरे हुए थे। शुक्रवार की शाम से अगली सुबह तक लगातार आवाजें आती रहीं। हॉस्टल में पूरी तरह ब्लैकआउट था और हम डर के मारे हॉस्टल के नीचे बैठे रहे।”
‘भारत की ताकत पर भरोसा’
छात्रों ने बताया कि तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के अधिकारियों ने उनका हौसला बढ़ाया। एक छात्र ने कहा, “हमारी यूनिवर्सिटी बहुत मददगार रही। जैसे ही धमाके हुए, हमारे वाइस-डीन हमसे मिलने आए और हमें तसल्ली दी। शाम तक हमारे डीन भी आए और भरोसा दिलाया कि कुछ नहीं होगा। लेकिन वो रात बहुत खतरनाक थी। अब हमारे दिल में हिम्मत नहीं कि एक और रात यहां गुजारें।”
छात्रों ने भारत सरकार से जल्द से जल्द निकासी की अपील की है। एक छात्र ने कहा, “हमें भारत की ताकत पर भरोसा है। हम चाहते हैं कि हमें जल्द से जल्द यहां से निकाला जाए।”
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