जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशों को लेकर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारतीय सेना ने एक बार फिर पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के जवानों द्वारा की गई घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि 12-13 सितंबर को पाकिस्तानी सेना के जवानों ने घुसपैठ करने की कोशिश की और भारतीय सेना ने ग्रेनेड से उनपर हमला कर उन्हें खत्म कर दिया।
लगातार इनकार करने के बावजूद पाकिस्तान भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने के प्रयास में लगा हुआ है। एलओसी पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से की गईं लगभग 15 घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया है।
गौरतलब है कि आतंकियों को घुसपैठ में मदद के लिए पाकिस्तान सेना की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर उन्हें कवर फायर दिया जा रहा है। यही वजह है कि पिछले एक महीने से लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर से गोलाबारी हो रही है। प्रमुख आतंकी कमांडरों के मारे जाने से वह घबराया हुआ हैं। उसके पास हथियारों की कमी और नेतृत्व भी प्रभावशाली नहीं है। इस बीच में हथियारों के साथ पाक में प्रशिक्षित आतंकियों की कश्मीर में घुसपैठ करने की सभी कोशिशें बार-बार विफल हो रही हैं। बारिश में मौसम अनुकूल होने के कारण एक बार फिर से घुसपैठियों को धकेलने का प्रयास किया था, लेकिन घुसपैठियों को भारतीय सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान लगातार कश्मीर में घुसपैठ कराने की फिराक में लगा हुआ है। कश्मीर में माहौल खराब करने की साजिश में लगे पाकिस्तान की पोल खोलने का एक वीडियो सामने आया है। पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप के कमांडो और आतंकियों के इस ग्रुप के पास अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर थे। सेना के सूत्रों द्वारा जारी एक वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि किस प्रकार पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के समूह BAT (बॉर्डर एक्शन टीम) के घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।
दरअसल पाकिस्तान के बैट घुसपैठियों ने 12-13 सितंबर की रात को एलओसी पर हाजीपुर सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की थी। सीमा पर मुस्तैद भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को पर फायरिंग की और उन्हें ढेर कर दिया। बता दें कि कश्मीर में लगातार आतंकी घुसपैठ की कोशिश में लगे पाकिस्तान ने अगस्त महीने में ही भारतीय सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की 15 कोशिशों को नाकाम किया है।
इससे पहले पाकिस्तान की तरफ से हाजीपुर सेक्टर में बीते 10-11 सितंबर को किए गए सीजफायर उल्लंघन का भारतीय सेना की तरफ से मुंहतोड़ जवाब मिला था। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 2 सैनिकों को भी मार गिराया था। इसके बाद पाकिस्तानी सेना को यहां हार माननी पड़ी और वह भारतीय सेना को सफेद झंडा दिखाकर अपने सैनिकों के शवों को ले गए।
बता दें कि अगस्त में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से 15 बार घुसपैठ की कोशिश की गई है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया था कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के कई प्रयास हुए, जिनमें से ज्यादातर को विफल कर दिया गया है। उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि हो सकता है कुछ आतंकी घुसपैठ करने में सफल हो गए हों। उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकियों को पकड़ने के लिए कश्मीर में सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है।
एलओसी पर जम्मू संभाग के पुंछ व राजोरी तथा उत्तरी कश्मीर में बारामुला व कुपवाड़ा जिलों के विभिन्न इलाकों में सीमा पार लॉन्चिंग पैड तैयार किए गए हैं। खुफिया एजेंसियों के पास सूचना है कि राजोरी-पुंछ में 26 लॉन्चिंग पैड सक्रिय हैं। प्रत्येक लॉन्चिंग पैड पर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद तथा हिजबुल मुजाहिदीन के 8-10 प्रशिक्षित आतंकियों को तैयार रखा गया है। यह पैड 0-5 किलोमीटर की दूरी पर आबादी के बीच है।
पुंछ व राजोरी में बालाकोट, पोलस, कोहटा, तत्तापानी, अजीरा, निखयाल, कोटली, नेजापीर, झंगड, नौशेरा, बट्टल, भिंबर आदि इलाकों में लॉन्चिंग पैड सक्रिय हैं। इसके साथ ही उत्तरी कश्मीर में उड़ी, गुरेज, नौगाम, मछिल, केरन सेक्टर के उस पार भी 25 से अधिक लॉन्चिंग पैड पर आतंकियों की गतिविधियां बढ़ी हैं। सूत्रों का कहना है कि उत्तरी कश्मीर में लॉन्चिंग पैड पर जैश ए मोहम्मद के ज्यादा आतंकी बताए जा रहे हैं। इनमें से फिदायीन दस्ते भी हैं।