यूपी के प्रयागराज में अधिवक्ता हत्याकांड का मुख्य आरोपित गिरफ्तार हो गया है। गंगापार के उतरांव में इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता इंद्रदेव यादव की गोली मारकर हत्या हुई थी। इस मामले का मुख्य आरोपित संजय यादव फरार चल रहा था। उसे पुलिस ने शनिवार को पकड़ा। निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद हुआ। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
आरोपित संजय ने कबूला जुर्म : अधिवक्ता इंद्रदेव यादव की हत्या के मुख्य आरोपित संजय यादव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो नई बात सामने आई। पूछताछ में उसने बताया कि अधिवक्ता से उसका जमीन का विवाद था। साथ ही एक माह पूर्व इंद्रदेव ने उसे तमाचा मारा था। जमीन के विवाद और अपमान का बदला लेने के लिए उसने अधिवक्ता को मौत के घाट उतार दिया था।
15 जुलाई को उतरांव में इंद्रदेव यादव की हत्या हुई थी : उतरांव थाना क्षेत्र के सिठौली गांव के रहने वाले इंद्रदेव यादव 15 जुलाई की सुबह गांव के पास सुंदर नगर तिराहे से चाय पीकर पैदल घर लौट रहे थे। उसी समय पीछे से आए हमलावर ने तमंचे से गोली मार उनकी हत्या कर दी थी। हमलावर अपने साथी के साथ बाइक पर सवार होकर भाग निकला था। तीन दिन बाद पुलिस ने अखिलेश यादव और जोगेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि मुख्य आरोपित संजय यादव फरार था।
चचेरे भाई से जमीन का विवाद था : शनिवार की सुबह थाना प्रभारी उतरांव श्रवण कुमार ने उसे क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इंद्रदेव यादव रिश्ते में उसके चचेरे भाई लगते थे। जमीन को लेकर उनसे विवाद चल रहा था। कई बार झगड़ा भी हो चुका था। करीब एक माह पहले उसका अपने पिता से विवाद हो रहा था। उसी समय इंद्रदेव वहां पहुंचे और उसे दो-तीन थप्पड़ मार दिया था। इससे वह आक्रोशित हो गया और बदला लेने के लिए इंद्रदेव की हत्या की साजिश रची थी।
घटना वाले दिन क्या हुआ था : घटना वाले दिन संजय यादव भी सुंदर नगर तिराहे पर चाय पीने गया था। इंद्रदेव भी वहीं बैठ कर चाय पी रहे थे। जैसे ही इंद्रदेव वहां से निकले, पीछे से आकर उसने गोली मार दी थी। एसओ का कहना है कि संजय यादव की निशानदेही पर झाड़ी में छिपाए गए हत्या में प्रयुक्त तमंचे को बरामद कर लिया गया है।