प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सख्त रवैये के बाद इंदौर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुर बदल गए हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि उन्होंने नगर निगम अधिकारी को पीटने वाले विधायक आकाश विजयवर्गीय का स्वागत नहीं किया.
दरअसल, आकाश के जमानत से रिहा होने के बाद कुछ नेताओं ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया था, जिस पर पीएम मोदी ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि बेटा किसी का हो, मनमानी नहीं चलेगी. समर्थन करने वालों पर भी कार्रवाई हो. इसके बाद इंदौर -2 विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि कोई भी उनका (आकाश) स्वागत करने नहीं गया था. मैं रविवार सुबह जिला जेल गया था लेकिन कोई स्वागत कार्यक्रम नहीं हुआ. पार्टी जो भी फैसला करेगी, वह हमें स्वीकार्य है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि आकाश विजयवर्गीय के मामले में बीजेपी इंदौर के कुछ स्थानीय नेताओं पर कार्रवाई कर सकती है. इन नेताओं ने जेल से रिहाई के बाद आकाश का स्वागत किया था.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा, “बेटा किसी का भी हो, ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल देना चाहिए. मोदी ने यह टिप्पणी संसद में बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम ऐसा कोई नेता नहीं चाहते जो पार्टी की छवि को खराब करे. बेटा किसी का भी हो, ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल देना चाहिए.”
पीएम मोदी इंदौर के एक बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने 26 जून को नगर निगम के एक अधिकारी पर मकान गिराने के मामले में हमला किया था. पीएम मोदी ने जेल से छूटने के बाद आकाश विजयवर्गीय का जोरदार स्वागत करने को लेकर भी पार्टी नेताओं की आलोचना की और कहा, “जिन्होंने उनका स्वागत किया, ऐसे नेताओं को भी पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए.” बल्ले से पीटने के मामले में आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई.