प्रदूषण के कारण हरियाणा के छह शहरों में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इनमें जींद 388, फरीदाबाद 367, फतेहाबाद 376, कैथल 341, नारनौल 330 और रोहतक 304 शामिल हैं।
हरियाणा के अधिकतर हिस्से में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। ज्यादातर इलाके में जहरीली धुंध की मोटी परत छा गई है और रातभर घने कोहरे के कारण कुछ जगहों पर दृश्यता गिरकर 50 मीटर तक आ गई। सोमवार को गुरुग्राम व बहादुरगढ़ में इस सीजन पहली बार वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 445 का आंकड़ा पार कर गया।
हालांकि रोहतक में कई दिनों बाद प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। मंगलवार सुबह एक्यूआई 171 दर्ज किया गया। सुबह से सूर्य के दर्शन होने लगे थे लेकिन आठ बजे के बाद फिर प्रदूषण स्तर बिगड़ने लगा और धुंध व स्मॉग ने घेरा बनाना शुरू कर दिया। दृश्यता भी कम होने लगी।
झज्जर में कोहरे और स्मॉग से मिली राहत, तेज हवाओं ने कंपकंपाया
झज्जर में दो दिन पड़े कोहरे और स्मॉग से मंगलवार को लोगों को राहत मिली। अल सुबह से ही मौसम साफ हैं। कोहरा और स्मॉग नहीं हैं। लोगों को प्रदूषण से कुछ राहत मिली हैं। 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से तेज हवाओं ने कोहरे और स्मॉग कप धो डाला, लेकिन लोगों को ठंड का अहसास करवा दिया। आज सीजन की पहली कंपकंपाने वाली ठण्ड पड़ी। वहीं सुबह से सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए हैं।
खुले स्कूल, प्रशासन के आदेश का नहीं हुआ पालन
झज्जर में 12वीं कक्षा तक सभी राजकीय और प्राइवेट स्कूलों में भौतिक कक्षाएं नहीं लगेगी। यह आदेश 23 नवंबर / आगामी आदेश तक जारी रहेंगे। ऑनलाइन कक्षाएं लगेगी। इससे पहले प्रशासन ने पांचवी तक छुट्टी के आदेश जारी किए थे, लेकिन देर रात इसे बढ़ाकर बारहवीं तक कर दिया गया हैं। वहीं मंगलवार को सभी स्कूल में प्राइमरी तक छुट्टी रही, लेकिन बाकी कक्षाओं के बच्चे स्कूल जाते हुए नजर आए। सरकारी स्कूल में छुट्टी रही, लेकिन निजी स्कूलों में बच्चों को बुलाया हुआ था।
भिवानी में हवा में कम हुई स्मॉग, ठिठुरन ने बढ़ाई मुश्किल
भिवानी में ग्रेप चार के आदेशों के बाद निर्माण सहित कई विकास कार्यों पर भी पाबंदी लग गई है। ऐसे में मंगलवार को जिले की आबोहवा में थोड़ा सुधार आया। सोमवार को जिले में एक्यूआई 429 तक पहुंच गया था, लेकिन मंगलवार सुबह 11 बजे तक एक्यूआई 234 दर्ज किया गया। हालांकि दोपहर तीन बजे बाद एक्यूआई बढ़ जाता है। वहीं मौसम में स्मॉग कम और ठिठुरन अधिक बनी रही।
सोमवार रात भर जिला प्रशासन द्वारा मशीनों से मुख्य रास्तों पर पानी का छिड़काव भी कराया गया। हालांकि पहली से पांचवीं तक स्कूल भी बंद रहे, जबकि छठी से 12वीं तक के विद्यार्थी ठिठुरते हुए सुबह स्कूल पहुंचे। दृश्यता भी 50 मीटर तक बनी रही। स्मॉग का असर भी काफी कम बना वहीं हल्की धूप भी खिली। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस समय एक्यूआई में लगातार उतार चढ़ाव आ रहा है। ऐसा मौसम बच्चों और बुजुर्गों के साथ सभी जीवों के लिए बेहद खतरनाक बना है।