संविधान निर्माता डॉ बी. आर. अंबेडकर के पोते और भारिप बहुजन महासंघ (BBM) के चीफ प्रकाश अंबेडकर ने वंदे मातरम को लेकर बयान दिया है. अंबेडकर ने कहा है कि जो लोग वंदे मातरम गाते हैं वो राष्ट्र विरोधी से कम नहीं हैं.
महाराष्ट्र के परभनी में मीडियो को संबोधित करेत हुए उन्होंने कहा कि जब देश में पहले से ही राष्ट्रगान (जन-गण-मन) मौजूद है तो वंदे मातरम (राष्ट्रगीत) की क्या जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘जन गण मन राष्ट्रगान है न कि वंदे मातरम. जब आधिकारिक राष्ट्रगान मौजूद है तो किसी दूसरी चीज की क्या जरूरत.’
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि आप राष्ट्रगान में विश्वास क्यों नहीं रखते? साथ ही अंबेडकर ने ये भी कहा कि राष्ट्रगान गाने वाले लोग राष्ट्रवादी कहलाते हैं लेकिन अगर कोई वंदे मातरम नहीं गाता है तो वह गद्दार कैसे हो सकता है. उन्होंने पूछा कि वंदे मातरम न गाने पर देश विरोधी का प्रमाण पत्र देने वाले ये कौन लोग हैं? अंबेडकर के इस बयान को उस विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें अक्सर ये बात सामने आती रहती है कि देश के अल्पसंख्यक समुदाय को वंदे मातरम गाने से ऐतराज है. ऐसी बातों को आधार बनाकर वंदे मातरम न गाने वालों को देशविरोधी बताने वाले बयान भी आते रहे हैं.