कहते है प्यार पर जितना पहरा लगा, वह उतना ही गहरा होता गया है। जयपुर में प्रेम में डूबी एक युवती को भी घर-परिवार ने खूब पहरे लगाए और इतनी यातनाएं भी दी कि लोगों का दिल पसीज गया। दूसरी जाति के युवक से प्रेम से नाराज परिजनों ने अपनी बेटी के साथ ना केवल गंभीर मारपीट करते रहे, बल्कि उसे बिजली का करंट भी दिया गया। उसके बाल काट डाले, लेकिन युवती पर भी जैसे प्यार का भूत सवार था।
उसने तमाम बंदिशों और यातनाओं के बावजूद अपने प्रेम को नहीं भूला, बल्कि उसे पाने के लिए जयपुर पुलिस और फिर महिला आयोग राजस्थान के यहां दस्तक दी। मीडिया में भी जब मामला उछला तो प्रशासन घर पर पहुंचा और उसे यातनाओं से मुक्त कराया। राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने मामले में प्रसंज्ञान लेकर युवती ज्योति और उनके परिजनों को बुलाया। सुमन शर्मा ने परिजनों को समझाया तो वे अपनी गलती मानते हुए बेटी का विवाह उसके प्रेमी मनीष से करने के लिए राजी हो गए।
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मनीष के परिजन भी शादी के लिए मान गए। बुधवार को यह समझाईश हुई और गुरुवार को ही महिला आयोग परिसर में शादी करवाने का फैसला किया गया। आज बड़े धूमधाम से महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा की पहल से महिला आयोग परिसर शादी मण्डप में तब्दील हो गया। महिला आयोग ने ज्योति और मनीष की धूमधाम से शादी करवाई। हर रस्में निभाई गई और परिजनों की मौजूदगी में दोनों की शादी करवाई। वर-वधु को परिवार चलाने के लिए तमाम सामान भी उपलब्ध कराया। महिला आयोग की इस पहल का सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। ज्योति और मनीष का कहना है कि सुमन दीदी की वजह से उनकी शादी हो पाई, वे ताउम्र इसे नहीं भूलेंगे। महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि दोनों का विवाह हिंदू रीति रिवाजों से कराया गया और अब शादी का नगर निगम और न्यायालय से पंजीकरण भी कराया जाएगा। शादी में दोनों पक्षों के लोगों के साथ-साथ महिला आयोग दफ्तर में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी शिरकत की।