कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की कहानी का अंत हो गया है. शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में मारे जाने के बाद देर शाम उसका अंतिम संस्कार किया गया. उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें बताया गया है कि उसके शरीर में तीन गोलियां लगी थीं.
दो गोलियां विकास के सीने में तो एक उसके कमर में लगी. रिपोर्ट में बताया गया है कि ज्यादा खून बहने की वजह से उसकी मौत हुई. सभी गोलियां विकास दुबे के शरीर के आरपार हो गईं. यानी साफ है कि गोलियां काफी पास से चलाई गई थीं.
कानपुर में विकास के शव का पोस्टमॉर्टम एक घंटे तक चला. पोस्टमॉर्टम डॉक्टर अरविंद अवस्थी, डॉक्टर शशिकांत और डॉक्टर विपुल चतुर्वेदी ने किया.
पोस्टमॉर्टम हॉउस के डॉक्टर नवनीत चौधरी का कहना है कि तीन डाक्टरों ने पोस्टमॉर्टम किया. इसकी रिपोर्ट सीएमओ और एसपी को दी गई है. एक घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया गया.
पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी की गई. 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे का कोरोना टेस्ट भी हुआ था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. विकास दुबे के शव को उसके बहनोई लेने पहुंचे थे.
विकास दुबे का अंतिम संस्कार कानपुर के भैरव घाट पर किया गया. उसकी पत्नी रिचा दुबे, छोटा बेटा और बहनोई दिनेश तिवारी वहां मौजूद थे.
घाट पर मौजूद रिचा मीडियाकर्मियों के सवालों पर भड़क गईं. रिचा ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा कि ‘भाग जाओ, जिसने जैसा सलूक किया है, उसको वैसा ही सबक सिखाऊंगी. अगर जरूरत पड़ी तो बंदूक भी उठा लूंगी’.