पॉर्न देख-देखकर लोग सेक्स को लेकर बहुत सारी ऐसी इच्छाएं पाल लेते हैं, जो हकीकत से कोसों दूर होती हैं। इस वजह से वे रियल लाइफ के रियल सेक्स का आनंद उस तरह नहीं उठा पाते, जिस तरह चाहें, तो उठा सकते हैं। रियल सेक्स को एंजॉय करना है तो अपने दिमाग से पॉर्न सेक्स की वजह से पैदा हुई सारी एक्सपेक्टेशंस को बाहर निकालिए।
पोर्न सेक्स और रियल सेक्स में अंतर
हेयरी जेनिटल्स: पॉर्न स्टार्स के जेनिटल ऑर्गन्स पर बाल न के बराबर होते हैं। रियल लाइफ में 65 प्रतिशत औरतों और 85 प्रतिशत पुरुषों के जेनिटल्स काफी हेयरी होते हैं।
फीमेल प्राइवेट पार्ट:सभी पॉर्न स्टार्स के प्राइवेट पार्ट काफी हद तक एक जैसी ही होती है, जबकि रियल लाइफ में प्राइवेट पार्ट के कई शेप औऱ साइज होते हैं।
ऑर्गेजम: फीमेल पॉर्न स्टार्स केवल पेनिट्रेशन से ही ऑर्गैजम तक पहुंच जाती हैं, जबकि असल में 71 प्रतिशत औरतें केवल पेनिट्रेशन से ऑर्गैजम तक नहीं पहुंच पातीं।
सेम सेक्स एक्सपीरियंस:पॉर्न स्टार्स से इतर असल जिंदगी में केवल 11.5 प्रतिशत औरतें ही सेम सेक्स एक्सपीरियंस से गुजरती हैं।
ऐनल सेक्स:पॉर्न स्टार्स तो ऐनल सेक्स के लिए तैयार ही रहते हैं। रियल लाइफ में केवल 40 प्रतिशत औरतें इसके लिए तैयार होती हैं। इनमें से भी एक बड़ी संख्या उन औरतों की होती है, जो केवल अपने पार्टनर के कहने पर ऐसा करती हैं।
थ्रीसम: पॉर्न में थ्रीसम देखना आम बात है, जबकि असल में 20 प्रतिशत से भी कम औरतें इस अनुभव से गुजरती हैं।