मोदी लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत पाने के बाद आडवाणी जी के पैर छुए थे। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में वह पूर्ण अभिवादन था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कब भाजपा के पितामह, मार्ग दर्शक मंडल के नेता लाल कृष्ण आडवाणी का पैर छुआ, आडवाणी के करीबी वरिष्ठ नेताओं को याद नहीं। चुनाव जीतने के बाद संसद के केंद्रीय कक्ष में जाने से पहले सीढियों को चूमा था। प्रधानमंत्री संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में जा रहे थे तो इटावा से सांसद अशोक दोहरे प्रधानमंत्री का पैर छूने आगे बढ़े। वह झुके और प्रधानमंत्री ने उन्हें रोक दिया। बताते हैं इसके बाद पार्टी में पैर छूने की प्रथा पर विराम लगा दिया, लेकिन शुक्रवार को नामांकन से पहले प्रधानमंत्री ने शिरोमणि अकाली दल के नेता, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह के पैर छुए।

Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal