रविवार को लगातार चौथे दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में गिरावट दर्ज की गई है. रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के रेट 25 पैसे प्रति लीटर की गिरावट के साथ 81.74 रुपये प्रति लीटर हो गए. वहीं डीजल में रविवार को 17 पैसे प्रति लीटर की गिरावट दर्ज की गई है.आर्थिक राजधानी मुंबई में भी रविवार को पेट्रोल के दामों में 25 पैसे प्रति लीटर की कमी दर्ज की गई. इसके बाद यहां पेट्रोल के दाम 87.21 रुपये प्रति लीटर हो गए. वहीं डीजल के दाम 18 पैसे प्रति लीटर की गिरावट के साथ 78.82 रुपये प्रति लीटर पर आ गए. इससे मुंबई के लोगों को बड़ी राहत मिली.
बता दें कि पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती का सिलसिला शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा था. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 82 रुपये प्रति लीटर से कम हो गया था. दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल का दाम 39 पैसे घटकर 81.99 रुपये प्रति लीटर हो गया था, जबकि डीजल के दाम में 12 पैसे प्रति लीटर की कमी आई थी. डीजल का भाव दिल्ली में 75.36 रुपये प्रति लीटर हो गया था.
कोलकाता में पेट्रोल 38 पैसे घटकर 83.83 रुपये प्रति लीटर हो गया था और डीजल का दाम 12 पैसे की कटौती के साथ 77.21 रुपये प्रति लीटर हो गया था. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शनिवार को पेट्रोल का दाम 38 पैसे घटकर 87.46 रुपये प्रति लीटर हो गया था और डीजल 13 पैसे की कमी के साथ 79 रुपये प्रति लीटर बिका था.
माना जा रहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले दिनों कच्चे तेल के दाम में आई गिरावट के बाद भारतीय तेल विपणन कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की जा रही है. हालांकि इस सप्ताह अंतरराष्ट्रीय वायदा कारोबार में तेल का भाव सीमित दायरे में रहा, लेकिन पिछले 15 दिनों में कच्चे तेल के दाम में करीब छह डॉलर प्रति बैरल की कमी आई है. तीन अक्टूबर को आईसीई पर ब्रेंट क्रूड 86 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया था, जबकि शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड का दिसंबर डिलीवरी सौदा पिछले सत्र के मुकाबले करीब एक फीसदी की बढ़त के साथ 80 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ.
वहीं, घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल का दाम पिछले एक पखवाड़े में 600 रुपये प्रति बैरल से ज्यादा लुढ़का है. कारोबारी सप्ताह के आखिर में शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल का इस महीने समाप्त होने वाला अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबल 10 रुपये की मजबूती के साथ 5,083 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि तीन अक्टूबर, 2018 को इस सौदे का भाव 5,600 रुपये से ज्यादा उछला था.
जानकार बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई तेजी या मंदी का असर भारत में पेट्रोल या डीजल के दाम पर करीब दो सप्ताह बाद ही दिखता है