भुवनेश्वर। सोमवार को पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण करने के बाद अब भारत ने मध्यम दूरी की स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का मंगलवार को सफल परीक्षण किया है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के तटीय हिस्से पर एक परीक्षण रेंज से किया गया।
आपको बता दें अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइल सशस्त्र बलों में शामिल की जा चुकी है। सतह से सतह पर मार करने वाली यह एक मिसाइल ठोस ईंधन से चलती है। यह 12 टन वजनी और 15 मीटर लंबी मिसाइल अत्याधुनिक तकनीक से लैस है।
अग्नि-1 को डीआरडीओ की एक प्रमुख मिसाइल विकास प्रयोगशाला ‘एडवांस्ड सिस्टम्स लेबोरेटॅरी’ने विकसित किया है। इस काम में रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला और अनुसंधान केंद्र इमारत के साथ हैदराबाद के भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने भी सहयोग किया है।
ये है इस मिसाइल का खासियत
मारक क्षमता : 700 किलोमीटर
वजन : 12 टन
लंबाई : 15 मीटर
– स्वदेशी तकनीक से निर्मित परमाणु क्षमता युक्त
– सतह से सतह पर मार करने की क्षमता
– 12 टन वजनी और 15 मीटर लंबी।
– एक टन से अधिक का भार ले जा सकती है।
– भार घटा कर इसकी मारक क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
– खास नौवहन प्रणाली से लैस, दुश्मन को सटीक निशाना बनाने में मददगार।
– अग्नि-एक मिसाइल, अग्नि दो मिसाइल का सिंगल स्टेज वर्जन है।
– पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था।