मालदीव संसद के अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद हाल ही में भारत दौरे पर थे। इस दौरे पर उन्होंने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की है और उन्हें ‘जियोपॉलिटिक्स का ग्रैंडमास्टर’ बताया है। नशीद ने विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी मुलाकात की।
चीन चला रहा है इंडिया आउट अभियान
प्रिंट की रिपोर्ट मुताबिक मोहम्मद नशीद ने अपने भारत दौरे पर मालदीव की इकॉनमी और भारी चीनी कर्ज सहित कई और चुनौतियों पर बातचीत की है। अजीत डोभाल के साथ नशीद की बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब मालदीव में विपक्षी दल लगातार भारत विरोधी अभियान ‘इंडिया आउट’ चला रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नशीद ने संकेत दिए हैं कि इस भारत विरोधी अभियान के पीछे चीन है जिसका नेतृत्व अब्दुल्ला यामीन कर रहे हैं।
नई दिल्ली ने मालदीव को समर्थन देने की बात कही
प्रिंट की रिपोर्ट बताती है कि बैठक के दौरान मालदीव के विकास के लिए नई दिल्ली की ओर से लगातार समर्थन की पुष्टि की गई। सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों ने मालदीव में चीन की बढ़ती मौजूदगी पर भी चर्चा की है। बता दें कि पिछले ही महीने अजित डोभाल कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने मालदीव पहुंचे थे। इस सम्मेलन में भारत, श्रीलंका, मालदीव और मॉरीशस ने भाग लिया था।
चीन ने कर्ज तले दबाया तो भारत ने दोस्त के तौर पर की मदद
नशीद ने कहा है कि यामीन ने अपने कार्यकाल में एक दर्जन से अधिक द्वीप को चीन के हाथों बेच दिया था और मालदीव को कर्ज के तले दबा दिया था जबकि भारत ने एक दोस्त ने तौर पर मदद की है। उन्होंने आगे कहा है कि मालदीव चीनी कर्ज में डूब गया है। हम कर्ज के जाल में फंसते जा रहे हैं और हम संप्रभुता खो सकते हैं। दुनिया के देशों को यह समझना चाहिए कि मालदीव और श्रीलंका जैसे देशों के साथ क्या चल रहा है।