जापान में जी-20 शिखर सम्मेलन के पूर्व रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वार्ता की इच्छा जताई है। टास ने पुतिन के हवाले से कहा है कि विभिन्न क्षेत्रीय समस्याओं एवं मुद्दों पर दोनों देशों के अलग-अलग राय और रूख हो सकते हैं। उसके समाधान के लिए अलग-अलग तर्क हो सकते हैं। लेकिन इन बिंदुओं पर दोनों देशों के बीच वार्ता के जरिए ही किसी सहमति पर पहुंचा जा सकता है। इस क्रम में उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच संबंध मधुर होते हैं तो उन्हें खुशी होगी।
पुतिन ने दावा किया है कि दोनों राष्ट्रों के बीच संबंधों को सुधारने में अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली अवरोधक के रूप में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली ट्रंप को कई ऐसी चीजें करने की अनुमति नहीं देती है। यह प्रणाली उनके हाथों को बांध कर रखती है। उन्होंने कहा कि इन अवरोधों के बावजूद राजनीतिक इच्छा शक्ति सर्वोपरि है। बता दें कि मई में दोनों नेताओं ने फोन पर वेनेजुएला, यूक्रेन, उत्तर कोरिया में परमाणु हथियारों पर नियंत्रण पर चर्चा की थी।
इसके पूर्व अल जजीरा के हवाले से यह बात सामने आई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप 28-29 जून को जापान में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पुतिन से मिलेंगे। इसके बाद पुतिन का यह बयान सामने आया है। रूसी राष्ट्रपति के इस बयान के बाद क्रेमलिन ने कहा है कि इस बैठक के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि इस बाबत कोई अनुरोध नहीं किया गया है।