प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अगस्त को देश भर में फैली 650 शाखाओं के साथ इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आइपीपीबी) लांच करेंगे। यह देश का सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा। आइपीपीबी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर ग्राहकों को कर्ज देने के अलावा म्यूचुअल फंड तथा इंश्योरेंस पॉलिसियां बेचने का काम करेगा।
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया कि आइपीपीबी से देश के सभी 1.55 लाख डाकघरों को इस वर्ष के अंत तक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से जोड़ दिया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में तकरीबन 1.30 डाकघरों के जरिये आइपीपीबी की सेवाएं पहुंचेंगी। अभी ग्रामीण इलाकों में केवल 49 हजार बैंक शाखाएं हैं।
दिसंबर तक सभी डाकघरों में पेमेंट बैंक खुलने से ग्रामीण बैंक शाखाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हो जाएगी। साथ ही पोस्टमैन डाक बांटने के अलावा बैंकर की भूमिका में भी नजर जाएंगे। फिलहाल रायपुर और रांची में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आइपीपीबी की शाखाएं काम कर रही हैं।
पेमेंट बैंक एक व्यक्ति या कुटीर उद्योग से एक लाख रुपये तक की जमा स्वीकार कर सकते हैं और उसे दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर कर सकते हैं। परंतु उन्हें कर्ज देने अथवा क्रेडिट कार्ड जारी करने की अनुमति नहीं है। ये सेवाएं प्रदान करने के लिए आइपीपीबी को बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ थर्ड पार्टी गठजोड़ करने होंगे।