दंगल फिल्म में पहलवान बबीता फोगाट के बचपन का रोल निभाने वाली सुहानी भटनागर का शनिवार को महज 19 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। बताया गया है कि दो माह पहले सुहानी के हाथ में सूजन आ गई थी और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने लगे।
फिर डर्मेटोमायोसिटिस बीमारी की चपेट में आकर शरीर में पानी (फ्ल्यूड) भरने के कारण फेफड़े खराब हो गए। शाम को अजरौंदा श्मशान घाट में सुहानी का दाह संस्कार किया गया। छह वर्ष की उम्र में दंगल गर्ल बनकर आईं सुर्खियों में सेक्टर 17 निवासी सुहानी भटनागर ने कई विज्ञापनों में भी काम किया।
10 दिन से एम्स में थी भर्ती
अभी मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रही थीं। अभिनेता आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस ने भी संवेदनाएं जताई हैं। पिता पुनीत भटनागर ने बताया कि हाथ पर लाल चकत्ते होने पर उन्हें लगा एलर्जी हो गई है, जिसके बाद फरीदाबाद के कई अस्पतालों में इलाज कराया। हालत बिगड़ने पर दस दिन पहले दिल्ली एम्स में भर्ती कराया था।
दो माह पहले ही हुई थी डर्मेटोमायोसिटिस नामक बीमारी
पिता पुनीत भटनागर ने बताया कि उनकी बेटी को डर्मेटोमायोसिटिस नामक बीमारी थी। दो माह पहले बेटी के हाथ पर लाल दाग बन गया था। उन्हें लगा कि बेटी को एलर्जी हुई है जिसके बाद उन्होंने फरीदाबाद के कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन के किसी भी अस्पताल के डॉक्टर बीमारी को नहीं पकड़ पाए।
जब हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो बीते मंगलवार को उन्होंने अपनी बेटी को दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज की भर्ती कराया था, लेकिन वहां भी उनकी बेटी की हालत में सुधार नहीं हुआ और धीरे-धीरे शरीर में पानी भरने लगा। इसके चलते फेफड़े खराब हो गए और इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
अधूरा रह गया बेटी का सपना
मां पूजा भटनागर ने बताया कि उनकी बेटी को शुरू से मॉडलिंग और एक्टिंग करने का शौक था। इसी के चलते उनकी बेटी को दिल्ली में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। जहां पर 1000 बच्चों में से उनकी बेटी के साथ-साथ एक और बच्ची का चयन हुआ था। जिसके बाद बेटी ने दंगल फिल्म में बबीता फोगाट का रोल अदा किया था।
उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को एक्टिंग का शौक था बावजूद उसके उसने मास कम्युनिकेशन (जर्नलिज्म) को चुना था। वह फरीदाबाद की मानव रचना शिक्षण संस्थान में द्वितीय वर्ष में पढ़ रही थी। उसका सपना था कि वह पढ़ाई के बाद अपने एक्टिंग के करियर को आगे बढ़ाएगी, लेकिन उनकी बेटी का सपना पूरा नहीं हो पाया। उनकी मौत से पूरा परिवार बेहद दुखी है।