कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के खिलाफ बोलने से नहीं चूक रहा, लेकिन उसे हर जगह मात मिल रही है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दा उठाया और उसे मुंह की खानी पड़ी.
मौका था श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित यूनिसेफ दक्षिण एशियाई संसदीय सम्मेलन का, जिसका विषय था बच्चों के अधिकार. इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने जब कश्मीर का मुद्दा उठाया तो उन्हें फौरन ही भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान में मानवाधिकार, अल्पसंख्यकों की दुर्दशा और ईशनिंदा कानून जैसे मुद्दों पर आईना भी दिखाया. पाकिस्तान को यह जवाब देने वाले थे असम से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई.
मंच पर एजेंडे से जुड़ी बात करने के बजाय पीएमएल-एन से पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के सदस्य मेहनाज़ अकबर अजीज ने कश्मीर का मुद्दा उठा दिया. अजीज ने कहा कि पिछले एक महीने से कश्मीर में कर्फ्यू की वजह से बच्चों में डर का माहौल है. हम चाहते हैं कि यूनिसेफ इसमें दखल दे, जिससे वहां बच्चों के लिये स्कूल खुल सकें.
Watch: Argument breaks out between Indian and Pak delegates at UNICEF South Asian Parliamentarian Conference on Children Right’s Convention in Colombo after Pak delegate rises Kashmir; India hits back pic.twitter.com/9w7l2p99P7
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 3, 2019
इस पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और भाजपा सांसद संजय जायसवाल सहित भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के दावों का पर एकजुट होकर कड़ा जवाब दिया. गौरव गोगोई ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अंदरूनी मसला है और पाकिस्तान इसमें दखल न दे. पाकिस्तान पहले खुद के यहां मानवाधिकारों की दुर्दशा से निपट ले.
उन्होंने आगे कहा कि भारत में लोकतंत्र ज़िंदा है और ज़िंदा रहेगा, हमें दखल बर्दाश्त नहीं है. पाकिस्तान अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दे, ईशनिंदा कानून से निपटे. भारत अपने लोगों और पक्ष-विपक्ष की बात सुनेगा, बाहरियों की नहीं.