कश्मीर के बारामूला में सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आए दो लश्कर के आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आतंकियों को सेना और सीआरपीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन में दबोचा. दोनों आतंकी वीजा लेकर पाकिस्तान गए थे. वहां उन्होंने हथियारों की ट्रेनिंग ली और कश्मीर में खून-खराबा करने के इरादे से घाटी लौट आए.
दोनों आतंकी वाघा-अटारी बॉर्डर से हिन्दुस्तान में दाखिल हुए थे. बारामूला में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. आतंकियों की पहचान अब्दुल माजिद भट निवासी मुगलपुरा सलूरा करीरी और मोहम्मद अशरफ मीर निवासी पालपोरा पट्टन के रूप में हुई है. दोनों आतंकियों के खिलाफ बारामूला पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि दोनों कैसे पाकिस्तान तक पहुंचे और वहां हथियारों की ट्रेनिंग लेकर वे कश्मीर में कहां हमला करने वाले थे.
दोनों आतंकियों ने बताया कि पाकिस्तान के कई लड़के आतंकी कैंप में ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनमें से अधिकतर बलूचिस्तान के थे जिनकी उम्र महज 10 साल की थी.
उन्होंने बताया कि आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप इस्लामाबाद के पास ही है, जिसे एक कमांडर ऑपरेट कर रहा था. उसका कोड नेम हंजाला अदनान और उमर था. उसके साथ जो अन्य आतंकी थे, उनका नाम ओसामा, नावेद और हतफ था.
दोनों आतंकियों ने बताया कि उन्हें नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग से वीजा दिलाया गया था. गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में पुलिस ने आतंकियों के ऐसे कई मॉड्यूल का पता लगाया है कि कश्मीर के युवाओं को बरगला कर उन्हें पाकिस्तान में हथियारों की ट्रेनिंग दिलवाते हैं, जिससे वे कश्मीर लौटकर यहां खून-खराबा करें. कुछ सालों में कश्मीर के ऐसे कई युवाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है.