कोरोना वायरस से दुनियाभर में तबाही मची हुई है। इस वायरस से दुनियाभर में अब तक 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 11 लाख 10 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, दो लाख 28 हजार 405 व्यक्ति स्वस्थ भी हुए हैं।पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले शनिवार को 2,708 दर्ज किए गए, जबकि देश के सबसे बड़े राज्य पंजाब में यह आंकड़ा 1,000 के पार हो गया है।नेशनल हेल्थ सर्विसेज के मुताबिक, कोरोना वायरस से पाकिस्तान में अब तक 40 लोगों की जान गई है, जबकि 130 मरीज ठीक हो चुके हैं।
पाकिस्तान में वायरल संक्रमण का हॉटस्पॉट बने पंजाब में 1,072 मामले, सिंध में 839, खैबर-पख्तूनख्वा में 343, बलूचिस्तान में 175, गिलगिट-बाल्टिस्तान में 193, इस्लामाबाद में 75 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 11 मामले दर्ज किए गए हैं।अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य में कोरोना वायरस से एक दिन में 562 लोगों की मौत हो गई जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है।गवर्नर एंड्रयू क्योमो ने अधिक जरूरत वाले अस्पतालों में वेंटीलेटर्स और रक्षात्मक उपकरणों के पुन: वितरण की मंजूरी दी है।
अमेरिका में इस वैश्विक महामारी का केंद्र न्यूयॉर्क में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या एक लाख के पार हो गई है। फाइव स्टार होटल को क्लीनिक में बदल दिया गया है।फाइव स्टार होटल मेलिया सारिया की प्रबंधक कहती हैं, यहां पहुंचने वाले कुछ मरीजों को लगता है कि उन्हें अस्पताल से निकालकर मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा। अधिकतर लोग डरे हुए हैं। मैं उन्हें यह सब भूलने में मदद करने का प्रयास करती हूं।
स्पेन में कोरोना वायरस महामारी ने अब तक 10,935 लोगों की जान ले ली है। ऐसे में सरकार ने सभी होटलों को बंद करने के आदेश दिए थे।
देश भर के होटलों को चिकित्सीय सेवा केंद्रों में तब्दील कर दिया गया है ताकि अस्पताल के बोझ को कुछ कम किया जा सके।जी-77 और चीन ने कोरोना वायरस संकट के दौरान विकासशील देशों के खिलाफ लगाए गए एकतरफा प्रतिबंध हटाने की अपील करते हुए सचेत किया है कि इन प्रतिबंधों के कारण वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयास बाधित हो सकते हैं।ईरान और वेनेजुएला पर कड़े प्रतिबंध लगाने वाले अमेरिका पर निशाना साधते हुए विकासशील देशों के समूह जी-77 ने शुक्रवार को कहा कि एकतरफा सख्त आर्थिक प्रतिबंध बेहतर तरीके से कोरोना वायरस को लड़ने की देशों की क्षमता पर नकारात्मक असर डालेंगे।बयान में कहा गया है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वह विकासशील देशों के खिलाफ जबरन लगाए गए एकतरफा आर्थिक प्रतिबंधों को समाप्त करने के लिए तत्काल एवं प्रभावशाली कदम उठाए।’अमेरिका इस साल की शुरुआत से ही प्रतिबंध हटाने की मांग खारिज करता आया है जिसके कारण कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित ईरान जैसे देशों को काफी मुश्किल पेश आ रही है।